चोट से सीखा दूसरों का दर्द मिटाना
दुर्घटना के समय घायलों की मदद करते हुए अपने पांव गंवा देने के बावजूद ब्रिटेन के पूर्व सैनिक ली स्पेंसर का जज्बा कम नहीं हुआ है। अब वह अपने अनुभवों के जरिए दूसरों को जागरूक कर रह हैं। इसके अलावा...
दुर्घटना के समय घायलों की मदद करते हुए अपने पांव गंवा देने के बावजूद ब्रिटेन के पूर्व सैनिक ली स्पेंसर का जज्बा कम नहीं हुआ है। अब वह अपने अनुभवों के जरिए दूसरों को जागरूक कर रह हैं। इसके अलावा घायलों की मदद के लिए एक कोष बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
हाल में उन्होंने प्रिंस हैरी के साथ एक दौड़ में हिस्सा लेकर चैरिटी के लिए करीब सात लाख रुपये भी जुटाए हैं। ली के मुताबिक दुर्घटना के बाद क्या करना है, यह बात हर किसी को पता होनी चाहिए। इस साल पांच जनवरी को ब्रिटेन के सुरे में हुए एक हादसे के बाद 45 साल के ली घायलों की मदद करने की कोशिश कर रहे थे। तभी एक दूसरी कार आकर दुर्घटनाग्रस्त वाहन से जा भिड़ी। इस हादसे में ली को भी काफी चोट आई और उनका दायां पैर बुरी तरह चोटिल हो गया। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। वे जानते थे कि अगर उन्होंने खुद का प्राथमिक उपचार नहीं किया तो वे शायद जिंदा न बचें।
इन हालात में सेना में दी गई ट्रेनिंग काफी काम आई। उन्होंने खुद ही अपने पांव पर कपड़ा आदि बांधकर खून रोका और एंबुलेंस को फोन किया। इसके बाद उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों की भी काफी मदद की। ली और चिकित्सकों की कोशिश से उनकी जिंदगी तो बच गई, लेकिन उनके दाएं पैर को काटना पड़ा। अब ली ने अपनी जिंदगी दूसरों को समर्पित कर दी है। वह अपने अनुभव का इस्तेमाल करके लोगों को बता रहे हैं कि दुर्घटना के समय क्या-क्या करना चाहिए।