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अनपढ़ कुली भी बन सकेंगे गैंगमैन

ुलियों के गैंग मैन बन जाने के बावजूद सामान उठाने के लिए यात्रियों को परशानी नहीं उठानी पड़ेगी। उत्तर रलवे नये सिर से कुलियों को लाइसेंस देन की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। इन्हें आगामी जुलाई से नये...

 अनपढ़ कुली भी बन सकेंगे गैंगमैन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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ुलियों के गैंग मैन बन जाने के बावजूद सामान उठाने के लिए यात्रियों को परशानी नहीं उठानी पड़ेगी। उत्तर रलवे नये सिर से कुलियों को लाइसेंस देन की प्रक्रिया शुरू कर रहा है। इन्हें आगामी जुलाई से नये लाइसेंस व बिल्ले जारी किये जाने की संभावना है। पुराने कुलियों को गैंग मैन बनाने के लिए रलवे ने पढ़ाई-लिखाई की शर्त भी हटा ली है।रलवे बोर्ड ने नए आदेश में 50 साल के सभी कुलियों को सरकारी नौकरी देने का फरमान जारी कर दिया है। अनपढ़ कुलियों को दो महीने का वक्त देकर लिखना-पढ़ना सीखने की सलाह दी गई है। इसके अलावा नए कुलियों की बहाली को भी हरी झंडी दिखा दी गई है। उत्तर रलवे के महाप्रबंधक श्रीप्रकाश ने बताया कि शैक्षणिक योग्यता की शर्त हटा लिए जाने के बाद बड़ी संख्या में कुलियों के गैंग मैन का रास्ता साफ हो गया है। इन्हें दो महीने के भीतर थोड़ा-बहुत लिखना-पढ़ना सीखना होगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल टेस्ट के बाद इन्हें नियुक्ति पत्र देने का काम शुरू हो गया है। काफी कुलियों को नियुक्ति पत्र दे दिए गए हैं। श्रीप्रकाश ने बताया कि दिल्ली डिवीजन में करीब 2800 कुली हैं। लेकिन इसके बावजूद रलवे स्टेशनों पर सामान उठाने के लिए यात्रियों को परशानी नहीं उठानी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि इन कुलियों को नियुक्ति पत्र देने के साथ ही नए कुलियों को लाइसेंस देने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इस संबंध में जल्दी ही अखबारों में विज्ञापन निकाले जाएंगे। उन्होंने इस बात से साफ इनकार किया कि नई बहाली में वर्तमान कुलियों के बच्चों अथवा निकट संबंधियों को प्राथमिकता दी जाएगी।

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