बीआइटी का यूएसए की संस्था संग एमओयू
बीआइटी ने यूएसए की प्रख्यात संस्था एमआइटी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एमआइटी विश्व की नामी गिरामी संस्था है। बीआइटी और एमआइटी के बीच पटना में आयोजित...
बीआइटी ने यूएसए की प्रख्यात संस्था एमआइटी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर कर दिया। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एमआइटी विश्व की नामी गिरामी संस्था है। बीआइटी और एमआइटी के बीच पटना में आयोजित समारोह में अनुबंध पर हस्ताक्षर हुए। इसके आधार पर दोनो संस्थाएं बिहार में सामाजिक सेवा के कार्य करंगे। बीआइटी के रािस्ट्रार एके झा ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बीआइटी के इमेरिट्स वीसी डॉ एचसी पांडेय के व्यक्तिगत प्रयास से मानवीय सेवा का यह अनुबंध कार्यरूप ले सका है।ड्ढr झा ने बताया कि एमआइटी के छात्र और पूर्ववर्ती छात्रों का संगठन आइआइएच क्षय रोग के निदान एवं इलाज के लिए यूफोन एवं यूबॉक्स के दो उपकरण विकसित किये हैं। इन उपकरणों के प्रशिक्षण के लिए 14 मई को बीआइटी पटना में एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इसमें एमआइटी के वैज्ञानिक प्रशिक्षण देंगे। बीआइटी के करीब दो दर्जन छात्र और प्राध्यापक इस कार्यशाला में हिस्सा लेंगे।ड्ढr क्षय रोग के निदान और इलाज के लिए मधुबनी, समस्तीपुर और बिहारशरीफ का चयन किया गया है। यहां इस रोग से पीड़ितों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक हैं। बीआइटी के छात्र इन उपकरणों से संबंधित प्रशिक्षण प्राप्त कर इलाकों में जायेंगे। वहां चुने हुए स्वयंसेवकों को इस रोग के निदान और इलाज के उपाय बतायेंगे। स्वयं सेवक क्षय रोग के मरीाों का यूबॉक्स और यूफोन के माध्यम से इलाज करंगे। यूफोन रोग की स्थिति का पता लगाता है। यूबॉक्स समय पर दवा के उपयोग के लिए रोगी को याद दिलाता है। दवा लेने का समय भी बताता है।