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25 वर्षो से था एक ‘बिहारी’ सब पर भारीं

बिहार के सबसे बड़े इनामी और माकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो का सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ बिहारी मिश्रा पच्चीस वर्षो से बिहार पुलिस के लिए ही नहीं उन नक्सली संगठनों पर भी भारी पड़ता था जिनकी वर्चस्वता को...

 25 वर्षो से था एक ‘बिहारी’ सब पर भारीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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बिहार के सबसे बड़े इनामी और माकपा माओवादी के पोलित ब्यूरो का सदस्य प्रमोद मिश्रा उर्फ बिहारी मिश्रा पच्चीस वर्षो से बिहार पुलिस के लिए ही नहीं उन नक्सली संगठनों पर भी भारी पड़ता था जिनकी वर्चस्वता को लेकर एमसीसी के साथ खूनी जंग होती थी। इस माओवादी नेता पर बिहार में लगभग चार दर्जन उग्रवादी कांड अंकित हैं। इनमें कई तो सामूहिक नरसंहार के हैं।ड्ढr ड्ढr इस बीच मंगलवार को उसे धनबाद के सीजेएम दीपक कुमार की अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। शीर्ष माओवादी नेता होने और जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का मास्टरमाइंड की संभावना के मद्देनजर धनबाद जेल में उसे विशेष सेल में रखा गया है। बिहार के कांडों में वांछित प्रमोद से पूछताछ के लिए उसे रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। बिहार एसटीएफ की एक विशेष टीम धनबाद गई है। वहां की अदालत का आदेश मिलने पर प्रमोद मिश्रा को पटना लाया जाएगा। यहां जरूरत पड़ी तो अदालत से आदेश लेने के बाद उसे नारको टेस्ट के लिए हैदराबाद भी ले जाया जा सकता है। मई माह में बिहार और झारखंड पुलिस के सम्मिलित प्रयास से रामप्रवेश बैठा (बिहार) और प्रमोद मिश्रा की (झारखंड) गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ काफी उत्साहित है। अब एसटीएफ की नजर उन उग्रवादी नेताओं पर है जो संगठन में प्रमुख ओहदे पर हैं। गौरतलब है कि इनमें कइयों पर दो लाख से पचास हाार तक के इनाम की भी घोषणा बिहार सरकार ने कर रखी है।ड्ढr ड्ढr भाकपा माओवादी के ऐसे प्रमुख ओहदेदारों में दो लाख के इनामी जगदीश यादव उर्फ मास्टर जी (गम्हरिया, औरंगाबाद), एक लाख का इनामी सीताराम रावार (सलैया, नवीनगर औरंगाबाद), 50 हाार के इनामियो में जनेश्वर राम उर्फ जनेश्वर अकेला, मुन्ना विश्वकर्मा उर्फ पंका जी (दोनों औरंगाबाद), विजय महतो उर्फ रांीत जी उर्फ पंका दागी उर्फ प्रकाश जी, विजय यादव उर्फ संदीप जी एवं प्रवेश जी उर्फ जनेश्वर यादव उर्फ रांीत जी उर्फ पंका दागी उर्फ प्रकाश जी, विजय यादव उर्फ संदीप जी एवं प्रवेश जी उर्फ जनेश्वर यादव उर्फ राजकुमार उर्फ गोरा (सभी गया) प्रमुख है। संगठन के प्रमुख ओहदे पर विराजमान तथा जहानाबाद जेल ब्रेक कांड का नेतृत्व करने वाला देवकुमार उर्फ अरविंद तथा शिवप्रसाद सिंह उर्फ राहुल उर्फ पवन जी (दोनों जहानाबाद) पर भी एसटीएफ नजर टिकाए हुए है। नक्सली नेताओं के अलावे कुछ हार्डकोर की खोज हो रही है।ं

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