अस्पतालों में डेढ़ माह से टिटनेस के टीके नहीं
वास्थ्य विभाग का असली चेहरा यही है। डेढ़ माह से गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को लगने वाले टिटनेस के टीके का अकाल हो गया है। राज्य में हाारों महिलाओं का टीकाकरण इसके चलते नहीं हो पाया है। दूसरी ओर...
वास्थ्य विभाग का असली चेहरा यही है। डेढ़ माह से गर्भवती महिलाओं व किशोरियों को लगने वाले टिटनेस के टीके का अकाल हो गया है। राज्य में हाारों महिलाओं का टीकाकरण इसके चलते नहीं हो पाया है। दूसरी ओर बच्चों का खसरा टीकाकरण पहले से ही प्रभावित चल रहा है।ड्ढr गर्भवती महिलाओं व बच्चों के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत 15 सौ करोड़ रुपए से अधिक की योजनाएँ चल रही हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर अभी भी बदहाली है। राज्य में करीब डेढ़ माह से टिटनेस का टीका समुचित मात्रा में नहीं आ रहा है। लखनऊ मण्डल के अपर निदेशक डॉ. पीके श्रीवास्तव का कहना है कि केंद्र सरकार से समुचित मात्रा में टीका नहीं मिला है। टिटनेस का टीका गर्भवती महिलाओं व 12 से 15 वर्ष की उम्र वाली उन किशोरियों को लगाया जाता है जिनमें मासिक धर्म की शुरूआत होती है। लखनऊ में प्रतिमाह करीब 10 हाार टीके अब तक लगाए जाते रहे हैं। लेकिन आपूर्ति कम होने की वजह से अप्रैल में करीब तीन हाार 400 टीके ही लगाए जा सके।ड्ढr गर्भवती महिलाओं को टीका न लगाए जाने पर प्रसव के दौरान टिटनेस की संभावना रहती है। अपर निदेशक का कहना है कि जल्दी ही टीका आ जाएगा।