मलपुरा के गांव बमरौली अहीर में बुधवार की रात दबिश पर गई पुलिस टीम पर हमला हो गया। बदमाशों ने एक सिपाही को गोली से उड़ा दिया। जीप में सवार अन्य पुलिस कर्मियों ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई। गोली से जख्मी सिपाही को जब तक नर्सिंग लाया गया देर हो चुकी थी। सिपाही को बचाया नहीं जा सका।
घटना रात करीब दस बजे की है। पांच दिन पहले सतीश प्रधान हत्याकांड का आरोपित लाखन यादव जमानत पर रिहा हुआ था। बुधवार को उसने गांव में बाइक रैली निकाली थी। हथियार लहराए थे। सतीश प्रधान पक्ष ने यह शिकायत पुलिस से की। थाने पर तैनात दारोगा राजेश तोमर चार सिपाहियों के साथ गांव पहुंचे। गांव में पहुंचकर पुलिस ने लाखन यादव के घर का रास्ता पूछा। पुलिस उसके घर तक पहुंच पाती इससे पहले पुलिस पर हमला हो गया। पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने आते ही कुल्हाड़ी से वार करके पुलिस जीप का शीशा तोड़ दिया। सिपाही प्रदीप कुमार यादव आगे दारोगा के साथ बैठा हुआ था। बदमाशों ने स्ट्रेट फायरिंग की। एक गोली प्रदीप कुमार यादव के सीधे पर सीने के पास आकर लगी। उसे बचाया नहीं जा सका। साथी सिपाही को लहूलुहान देख पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। आनन-फानन में उसे नर्सिंग होम लाया गया मगर बचाया नहीं जा सका। मारा गया सिपाही मूलत: एटा के नगला चमल इलाके का निवासी था। घटना की सूचना पर आईजी जोन सुनील कुमार गुप्ता, डीआईजी विजय सिंह मीणा, एसएसपी शलभ माथुर, एसपी सिटी समीर सौरभ नर्सिंग होम आ गए थे। यहां से सभी अधिकारी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए।