हार के बावजूद अमेरिकी गोलकीपर होवॉर्ड ने जीता दिल
फीफा विश्व कप के अंतिम-16 मुकाबले के आखिरी मैच में अमेरिका भले ही बेल्जियम के हाथों हार गया, लेकिन टीम के गोलकीपर टिम होवॉड ने अपने शानदार खेल से स्टेडियम में मौजूद सभी दर्शकों का दिल जीत लिया।...
फीफा विश्व कप के अंतिम-16 मुकाबले के आखिरी मैच में अमेरिका भले ही बेल्जियम के हाथों हार गया, लेकिन टीम के गोलकीपर टिम होवॉड ने अपने शानदार खेल से स्टेडियम में मौजूद सभी दर्शकों का दिल जीत लिया। बेल्जियम ने इस मैच में 2-1 से जीत हासिल कर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, होवॉड ने पूरे मैच में करीब 16 कठिन गोल बचाए।
अपने बेहतरीन प्रदर्शन के लिए होवॉर्ड को ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार दिया गया। मैच के बाद उन्होंने कहा, ‘‘यह फुटबाल का बेहद रोमांचक मैच था। हम एक अच्छी टीम से हारे, फिर भी इस हार का हमें दुख है।’’
बेल्जियम के कई बेहतरीन आक्रमणों को नाकाम करने वाले होवॉर्ड ने कहा, ‘‘यह तो मेरा काम है। बेल्जियम को बधाई, लेकिन हमने भी अच्छा प्रयास किया। हमने गोल करने की कई कोशिश की। हमने उनपर दबाव डाला। हमारा सपना जरूर अधूरा रह गया, लेकिन इस रात को हम कभी नहीं भूलेंगे।’’
अमेरिका के कोच जुर्गेन क्लिंसमान ने भी अपने गोलकीपर की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘होवॉर्ड ने आज जैसा खेला वह असाधारण था।’’
होवार्ड ने अपने करियर की शुरुआत नॉर्थ जर्सी इंपेरियल्स क्लब के साथ शुरू की। इसके बाद वह मेट्रो स्टार्स और मैनचेस्टर यूनाइटेड से जुड़े। अमेरिका की राष्ट्रीय टीम के साथ वह 2002 में जुड़े। जर्मनी में हुए 2006 विश्व कप में वह टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें कोई मैच खेलना का मौका नहीं मिला। इसके बाद वह 2010 विश्व कप में टीम के मुख्य खिलाड़ी के तौर पर उभर कर सामने आए।