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इंटर्नशिप बनाए बेहतर शेफ

अगर आप शेफ बनना चाहते हैं तो अच्छे इंस्टीटय़ूट से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के साथ-साथ अच्छी जगह से इंटर्नशिप करना भी महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शेफ बनने तक का एक खास मार्ग है। सबसे...

इंटर्नशिप बनाए बेहतर शेफ
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 02 Jul 2014 02:29 PM
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अगर आप शेफ बनना चाहते हैं तो अच्छे इंस्टीटय़ूट से होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के साथ-साथ अच्छी जगह से इंटर्नशिप करना भी महत्वपूर्ण है। प्रशिक्षण पूरा करने के बाद शेफ बनने तक का एक खास मार्ग है। सबसे पहले किचन में प्रशिक्षु बनते हैं और उसके बाद अन्य पदों से चलते हुए शेफ और एग्जीक्यूटिव शेफ तक का रास्ता तय होता है।

क्या होती है शेफ में इंटर्नशिप या ट्रेनिंग
इसमें  प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है और काम करने का खुला माहौल हासिल होता है। आपको होटल इंडस्ट्री को पहचानने के लिए तैयार किया जाता है और आप दबाव में काम करना भी सीख जाते हैं। शुरुआती दौर में इस इंडस्ट्री में काफी मेहनत की जरूरत होती है। अलग-अलग देश के लोगों के खान-पान की जानकारी रखनी होती है कि वे क्या खाना पसंद करते हैं।

योग्यता
शेफ बनने के लिए न्यूनतम योग्यता 10+2 निर्धारित की गई है, जिससे होटल मैनेजमेंट के किसी भी कॉलेज में आवेदन किया जा सकता है। सरकारी कॉलेजों में परीक्षा के बाद आपको प्रवेश मिलता है।

इंटर्नशिप के दौरान
इंटर्नशिप में आपको पूरा खुल कर काम करने का मौका मिलता है। किसी भी होटल या रेस्तरां के किचन में काम करने के तरीके का ज्ञान आपको होना चाहिए। इंटर्नशिप द्वारा चॉपिंग से लेकर कुकिंग तक का ज्ञान मिलता है, जो एक अच्छी नौकरी प्राप्त करने में मददगार होता है। साथ ही मेन्यू प्लान करना, सामान मंगाना, तैयारियों का सुपरविजन करना, किचन के स्टाफ को निर्देश देना उसकी इंटर्नशिप की जिम्मेदारियों में शामिल हो जाता है। इसके अतिरिक्त अलग-अलग किस्म के व्यंजनों और उन्हें तैयार करने की विधि के बारे में जानकारी दी जाती है।

युवाओं को नए-नए पकवान बनाना भी सिखाया जाता है। इन दिनों तो बहुत सारे इंडियन शेफ जैपेनीज, मैक्सिकन, चाइनीज जैसे विदेशी कुजींस में स्पेशलाइजेशन कर रहे हैं।

फायदे
आपको कॉलेज के साथ-साथ इंटर्नशिप करने का मौका मिलता है। एक अच्छा शेफ बनने के साथ ही आपको विभिन्न स्थानों की फूड वैराइटीज को जानना व बनाना आता है। इसमें खाद्य सामग्री को लेकर प्रायोगिक होना व दिमाग खुला रखने का ज्ञान आपको होता है। मेहमानों के सामने उसे पेश करने का तरीका भी आता है। यह बुनियादी नियमों में से एक है।

शेफ को टीम के रूप में काम करने का कौशल आना जरूरी है, जो इंटर्नशिप करने के दौरान मिलने वाला सबसे बडम गुण है।

आवेदन
आपके कॉलेज के अनुसार आपको कैंपस प्लेसमेंट्स मिलते हैं और अगर कॉलेज ज्यादा मशहूर नहीं है तो आपको खुद ही होटल्स में आवेदन करना पड़ता है।

वेतन
कैंपस प्लेसमेंट्स द्वारा मिलने वाली नौकरियों में आपको अच्छा वेतन मिलने की संभावना होती है। वैसे यह कंपनी-कंपनी पर भी निर्भर करता है।

अवसर
अगर आपको होटल इंडस्ट्री का पूरी तरह ज्ञान है और आप पूरी तरह उसके लिए तैयार हैं तो आपके लिए नौकरी के ढेर सारे मौके हैं। सफलतापूर्वक की गई इंटर्नशिप के बाद आपके लिए होटल, रेस्तरां, एयर कैटरिंग, फूड प्रोसेसिंग कंपनी, कंफेक्शनरीज में कैटरिंग, क्रूज लाइनर एवं कॉरपोरेट कैटरिंग आदि में कई अवसर सामने आते हैं। जिस कंपनी में आप इंटर्न कर रहे हैं, उसमें मौका मिलने के अधिक मौके होते हैं, क्योंकि वे आपके काम को देख रहे होते हैं।  ऐसी भी कई हस्तियां हुई हैं, जिन्होंने फूड राइटिंग को पेशे के तौर पर अपनाया है यानी आप खान-पान पर लेखन कार्य कर सकते हैं, किताबें लिख सकते हैं। इसके अलावा अपना रेस्तरां भी खोल सकते हैं।

इंटर्नशिप कहां से करें
पांच सितारा होटल्स, रेस्तरां, क्रूज लाइन्स, मल्टीपल चेन फूड आउटलेट्स, होटल या रेस्तरां, एयर कैटरिंग, रेलवे कैटरिंग, आर्मी कैटरिंग, फूड प्रोसेसिंग कंपनीज, कंफेक्शनरीज, थीम रेस्तरां, मॉल्स, बेस किचन, निजी अस्पताल, कॉरपोरेट केटरिंग आदि में इंटर्नशिप कर सकते हैं।

( मास्टर शेफ, लेखक, टी.वी होस्ट और वंडरशेफ होम एप्लाएंसेज के निदेशक शेफ संजीव कपूर से बातचीत पर आधारित)                            

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