पश्चिमी देश की मदद से बच निकलने पर प्रभाकरण सहमत
श्रीलंका की सेनाओं के हाथों मौत का सामना करने के लिए तैयार रहने वाला तमिल चीतों का प्रमुख प्रभाकरण अब एक पश्चिमी देश की सहायता से भाग निकलने पर राजी हो गया है। एक सरकारी मीडिया ने रविवार को यह समाचार...
श्रीलंका की सेनाओं के हाथों मौत का सामना करने के लिए तैयार रहने वाला तमिल चीतों का प्रमुख प्रभाकरण अब एक पश्चिमी देश की सहायता से भाग निकलने पर राजी हो गया है। एक सरकारी मीडिया ने रविवार को यह समाचार दिया है। पुथुकुदियरुप्पु की लड़ाई मं अपन एक दर्जन शीर्ष कमांडरों की मौत क बाद लिट्टे प्रमुख न इस प्रस्ताव पर स्वीकृति दी है। रिपोर्ट क अनुसार इसक लिए कूटनीतिक प्रयासों क बाद लिट्टे न नागरिकों को गैर गोलाबारी क्षेत्र स बाहर जान की अनुमति द दी है। सरकार न लिट्ट स किसी संघर्ष विराम पर इनकार कर दिया है क्यांकि सना को भय है कि इसका उपयोग कर लिट्ट प्रमुख खुद को फिर मजबूत करन या दश स भागन का प्रयास कर सकता है। संड ऑब्जर्वर क अनुसार लिट्ट नता वलुपिल्लई प्रभाकरण एक पश्चिमी दश क बचाव अभियान पर राजी हो गया है।