टॉपरों को मिलेंगे 25-25 हजार
टॉप करो और इनाम लो! छात्र-छात्राओं को पढ़ाई और बेहतर रिजल्ट के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुरस्कारों की झड़ी लगा दी। बुधवार को यहां मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट जारी करने...
टॉप करो और इनाम लो! छात्र-छात्राओं को पढ़ाई और बेहतर रिजल्ट के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुरस्कारों की झड़ी लगा दी। बुधवार को यहां मैट्रिक और इंटर का रिजल्ट जारी करने के मौके पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि दोनों परीक्षाओं में टॉप करने वाले छात्रछात्रा को मुख्यमंत्री राहत कोष से 25-25 हजार रुपए मिलेंगे। इनके अलावा टॉप टेन में आने वाले अन्य छात्र-छात्राओं को 15-15 हजार और जिलों में टॉप करने वालों को 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि मिलेगी। शिक्षा विभाग यदि चाहे तो मौलाना आजाद की जयंती पर आयोजित होने वाले सरकारी कार्यक्रम के मौके पर यह प्रोत्साहन राशि छात्र-छात्राओं को दी जा सकती है।ड्ढr ड्ढr इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सभी सफल छात्र-छात्राओं को बधाई दी और रिजल्ट के विश्लेषणों के हवाले से कहा कि बिहार में माध्यमिक और जमा दो की शिक्षा में लगातार सुधार हो रहा है। खुशी की बात है कि सफल होने वालों में लड़कियों की संख्या भी साल दर साल बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से भविष्य में लड़कियों में शिक्षा के प्रति रुझान बढ़ेगा। पोशाक योजना से जहां ‘ड्राप आउट’ रोकने में मदद मिली है वहीं मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना से नौवीं की छात्राओं में पढ़ाई के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है।ड्ढr स्कूलों की स्थिति में सुधार के लिए शिक्षा विभाग को धन मुहैया कराया जा रहा है वहीं शिक्षकों की बहाली से शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार होगा और सफलता की दर बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों का लाभ अंतत: शिक्षा के विकास के रूप में ही सामने आएगा। इस मौके पर शिक्षा मंत्री हरिनारायण सिंह, विधि, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री रामनाथ ठाकुर, प्रधान शिक्षा सचिव अंजनी कुमार सिंह और बीएसईबीड्ढr के चेयरमैन एकेपी यादव भी मौजूद थे। ड्ढr रिजल्ट जारी करने में बिहार ने बनाया रिकार्डड्ढr पटना (हि.ब्यू.)। बड़ी संख्या में रिजल्ट जारी करने के मामले में बिहार ने इस बार रिकार्ड बनाया है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने वर्ष 2008 में हुई मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल 12,74,065 छात्र-छात्राओं का रिजल्ट निकालकर यह रिकार्ड बनाया है। इसके साथ ही बड़ी संख्या में फेल हुए छात्रों ने भी शिक्षा विभाग की चिन्ता बढ़ा दी है। दोनों परीक्षाओं में कुल मिलाकर इस बार 3.41 लाख छात्र असफल रहे हैं।ड्ढr ड्ढr बुधवार को रिजल्ट जारी करने के मौके पर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के चेयरमैन एकेपी यादव ने दावा किया कि देश में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में परीक्षाफल जारी किया गया है। श्री यादव ने कहा कि इस बार माध्यमिक परीक्षा में 7,6और इंटरमीडिएट में 5,04,818 छात्र-छात्राएं शामिल हुईं। वहीं मैट्रिक की परीक्षा में 2.43 लाख और इंटर की परीक्षा में फेल हुए हजार छात्र-छात्राओं की तादाद पर चिन्ता जताते हुए श्री यादव ने कहा कि बोर्ड इस पर विचार करगा कि छात्रों के लिए पढ़ाई की व्यवस्था को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है, ताकि फेल होने वाले छात्रों की संख्या को कम से कम किया जा सके। खास बात यह रही कि इस बार कारण विशेष से रुके हुए रिजल्टों की संख्या काफी कम रही है। यह मैट्रिक में मात्र 0.24 (कुल 1847) और इंटर में 0.33 फीसदी (कुल 16रही है। श्री यादव ने कहा कि बोर्ड का लक्ष्य इसे 0.1 फीसदी पर लाने का है।