ब्याज दरों में और कटौती संभव : सुब्बाराव
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा है कि वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए उठाए गए कदमों के मद्देनजर रिजर्व बैंक द्वारा रेपो और रिवर्स रेपो दरों में की...
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा है कि वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए उठाए गए कदमों के मद्देनजर रिजर्व बैंक द्वारा रेपो और रिवर्स रेपो दरों में की गई कमी से बैंक द्वारा ब्याज दरों में और अधिक कटौती किया जाना संभव है। डॉ सुब्बाराव ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक सम्मेलन में बुधवार रात कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा उठाए गए कदमों के मद्देनजर बैंकों को ब्याज दरों में और अधिक कटौती करने की बहुत संभावनाएं हैं। गत वर्ष सितंबर में आर्थिक मंदी का दौर शुरू होने के बाद अक्टूबर से अब तक रिजर्व बैंक ने रेपो और रिवर्स रेपो दर को कम कर क्रमश: सवा चार प्रतिशत तथा सवा तीन प्रतिशत कर दिया है जिससे बैंकों को भी ब्याज दरों में कटौती करने में मदद मिल रही है तथा इसमें और अधिक कटौती करने की संभावना है। केन्द्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा कि इस आर्थिक मंदी से भारतीय बैंक और मजबूत होकर उभरे हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़े होने के बावजूद वर्तमान आर्थिक मंदी से वह आसानी से बाहर आ जाएगा।