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Hindi News खुजली की अनदेखी से किडनी को खतरा: डा. यू. एस. राय

खुजली की अनदेखी से किडनी को खतरा: डा. यू. एस. राय

किडनी रोग विशेषज्ञ व आईजीआईएमएस के पूर्व नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डा.यू.एस.राय ने बताया है कि त्वचा में खुजली (स्केबिज) का समय पर इलान नहीं कराना किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। गले में होनेवाले...

 खुजली की अनदेखी से किडनी को खतरा: डा. यू. एस. राय
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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किडनी रोग विशेषज्ञ व आईजीआईएमएस के पूर्व नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष डा.यू.एस.राय ने बताया है कि त्वचा में खुजली (स्केबिज) का समय पर इलान नहीं कराना किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है। गले में होनेवाले संक्रमण में भी ऐसी आशंका रहती है। खुजली और गले के संक्रमण से बचाव के लिए शरीर एंटीबॉडी तैयार करता है जो बाद में किडनी में जाकर संग्रहित हो जाता है। डा. राय रविवार को ‘हिन्दुस्तान हेल्थ ऑन लाइन’ में पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंेने बताया कि किडनी रोग का इलाज संभव है। डायरिया, दवाओं के कुप्रभाव , संक्रमण और नेफ्र ॉटिक स्रिडोम से क्षतिग्रस्त हुए किडनी का पूर्ण इलाज संभव है।ड्ढr ड्ढr उन्होंने बताया कि मधुमेह और उच्च रक्तचाप से होनेवाले किडनी के नुकसान की भरपायी नहीं की जा सकती है। मधुमेह और उच्च रक्तचाप से पीड़ित मरीजों के खराब हो रहे किडनी के नुकसान को रोकना कठिन होता है। कुल मधुमेह रोगियों में 30 प्रतिशत में किडनी खराब होने की आशंका रहती है। किडनी के खराबी के आरम्भिक लक्षण नहीं होता। किडनी खराब होने के बाद इसकी जानकारी मिलती है। इस बीमारी से पीड़ित मरीजों के चेहर-पैर में सूजन, रक्तचाप बढ़ना, पेशाब की मात्रा कम या ज्यादा होना, भूख की कमी या मितली आना,रात्रि में बार-बार मूत्र त्याग होना और हड्डियों में दर्द होना इसके लक्षण हैं। इन लक्षणों में एक या सभी लक्षण साथ हो सकता है। उन्होंने बताया कि किडनी दान करनेवाले व्यक्ित को कभी परेशानी नहीं होती। एक किडनी पर व्यक्ित पूर्ण स्वस्थ जीवन गुजार सकता है। परिवार के सदस्यों द्वारा किडनी दान न करने से इसके कारोबार को बढ़ावा मिलता है। राज्य में किडनी ट्रांसप्लांट का कोई सेंटर नहीं है। यहां पर डायलिसिस के कई केन्द्र हैं। किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को खानपान के बारे में बहुत भ्रांति है।ड्ढr ऐसे रोगियों को सीमित मात्रा में प्रोटीनयुक्त भोजन का परामर्श दिया जाता है। उन्हें पूर्णरूप से प्रोटीनयुक्त भोजन बन्द नहीं करना चाहिए। किडनी के वैसे मरीजों को टमाटर, गोभी,पालक आदि के सेवन न करना चाहिए जिनके अन्दर पथरी बनने की शिकायत है। जिनमें पथरी बनने की शिकायत नहीं है उन्हें परहेज करने की जरूरत नहीं है।

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