फोटो गैलरी

Hindi News घूसखोर क्लर्क को सीबीआइ ने पकड़ा

घूसखोर क्लर्क को सीबीआइ ने पकड़ा

मृत के आश्रित का बीसीसीएल में नियोजन के वास्ते विभिन्न प्रक्रियाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की पुन: एक कड़ी का शुक्रवार को खुलासा हुआ। धनबाद सीबीआइ के एंटी करप्शन विंग ने जाल बिछाकर कोयला भवन अस्पताल...

 घूसखोर क्लर्क को सीबीआइ ने पकड़ा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
ऐप पर पढ़ें

मृत के आश्रित का बीसीसीएल में नियोजन के वास्ते विभिन्न प्रक्रियाओं में व्याप्त भ्रष्टाचार की पुन: एक कड़ी का शुक्रवार को खुलासा हुआ। धनबाद सीबीआइ के एंटी करप्शन विंग ने जाल बिछाकर कोयला भवन अस्पताल में छापा मारा और घूस लेते स्पेशल ग्रेड क्लर्क मनोज कुमार बनर्जी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। भूली टाउनशिप के पूर्व कल्याण निरीक्षक केदारनाथ त्रिवेदी के पुत्र श्रवण कुमार त्रिवेदी से बनर्जी एक हाार बतौर रिश्वत ले रहा था। श्रवण का मृत पिता के बदले बीसीसीएल में नौकरी होनी थी। इस बाबत मेडिकल बोर्ड में उसकी संचिका फंसी हुई थी। सीबीआइ एसपी वीपी आर्य ने बताया कि मेडिकल बोर्ड में फिट घोषित करने की एवज में श्रवण से क्लर्क बतौर नजराना एक हाार मांग रहा था। श्रवण ने सीबीआइ से शिकायत की। शिकायत के आलोक में जाल बिछाया गया। जिस समय बनर्जी उससे घूस की राशि स्वीकार रहा था, उसी समय मौके पर मौजूद सीबीआइ इंस्पेक्टरों ने उसे धर दबोचा। उसके कार्यालय व आवास से भी फाइल व अन्य कागजात की जब्ती हुई है।ड्ढr सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक भूली टाउनशिप के पूर्व वेलफेयर ऑफिसर की मौत होने के बाद उसके पुत्र श्रवण को नियोजन दिया जाना था। नियोजन के वास्ते मेडिकल बोर्ड से फिट सर्टिफिकेट अनिवार्य है। इस निमित्त श्रवण ने कागजी प्रक्रिया के तहत मेडिकल सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया। आवेदन के आलोक में आज कोयला भवन अस्पताल में मेडिकल बोर्ड बैठी। बोर्ड में श्रवण के अलावा दर्जनों एसे ही अभ्यर्थियों को भी फिट-अनफिट पर निर्णय लिया जाना था। श्रवण के मुताबिक मेडिकल बोर्ड के स्पेशल ग्रेड क्लर्क ने फिट प्रमाणपत्र के एवज में एक हाार की राशि की मांग पूर्व में ही कर दी थी। क्लर्क ने स्पष्टत: कहा था कि पैसे दोगे तो फिट होगे, वरना अनफिट घोषित कर दिया जायेगा। इस पर श्रवण ने सीबीआइ एसपी वीपी आर्य से मुलाकात कर पूरी वस्तुस्थिति बतायी। शिकायत के बाद आज इंस्पेक्टर केके सिंह, डीपी गुप्ता व मानदेश मुखर्जी में टीम गठित कर ऑपरशन कर क्लर्क को घूस की राशि लेते रंगेहाथ दबोच लिया। गिरफ्तारी के बाद उसके कार्यालय व आवास में सघन तलाशी चलाकर बैंक पासबुक, कागजात समेत अन्य दस्तावेज को जब्त कर लिया गया है। घूसखोर क्लर्क को आज ही अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है।ड्ढr

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें