15वीं लोकसभाः अटेंडेंस के मामले में आगे रहे युवा सांसद
15वीं लोकसभा के युवा चेहरे जयंत चौधरी, दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, धर्मेन्द्र यादव, सारिका सिंह बघेल, अनुराग ठाकुर और हमदुल्ला सईद भले ही अलग-अलग राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हों, लेकिन इन सभी में...
15वीं लोकसभा के युवा चेहरे जयंत चौधरी, दीपेन्द्र सिंह हुड्डा, धर्मेन्द्र यादव, सारिका सिंह बघेल, अनुराग ठाकुर और हमदुल्ला सईद भले ही अलग-अलग राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व करते हों, लेकिन इन सभी में एक समानता यह देखी गयी कि वर्तमान लोकसभा के युवा सांसदों में इनकी हाजिरी का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा।
लोकसभा सचिवालय के आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रीय लोक दल की सारिका सिंह बघेल ने 15वीं लोकसभा के विभिन्न सत्रों में 90 फीसदी से अधिक हाजिरी दर्ज की और उन्होंने युवा पंक्ति के अपने सभी साथी सांसदों को पीछे छोड़ दिया।
इस मामले में कांग्रेस के राहुल गांधी का रिकॉर्ड मात्र 43 फीसदी रहा और उन्होंने मात्र दो बहस में हिस्सा लिया और कोई सवाल नहीं पूछा। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पुत्र और राज्य की झालावाड बारन सीट से भाजपा सदस्य दुष्यंत सिंह का हाजिरी का रिकॉर्ड 70 फीसदी रहा और उन्होंने 351 सवाल पूछे तथा 31 चर्चाओं में हिस्सेदारी की।
इसी प्रकार नेहरू गांधी परिवार के ही एक अन्य युवा सदस्य वरुण गांधी की उपस्थिति का रिकॉर्ड 63 फीसदी रहा। पीलीभीत से भाजपा सदस्य वरुण गांधी ने 641 सवाल पूछे और दो चर्चाओं में भाग लिया। बेंगलुरु ग्रामीण से कांग्रेस के सांसद डीके सुरेश की सदन में 100 फीसदी उपस्थिति रही और उन्होंने 12 सवाल पूछे, लेकिन किसी बहस में कोई भागीदारी नहीं की।
लोकसभा के सर्वाधिक कम उम्र के लक्षद्वीप से कांग्रेस के सदस्य हमदुल्ला सईद की उपस्थिति 78 फीसदी रही और उन्होंने 36 बहस में हिस्सा लिया एवं 631 सवाल पूछे। उन्होंने दो निजी विधेयक भी पेश किए। लोकसभा के हाई प्रोफाइल सदस्यों में मीनाक्षी नटराजन की उपस्थिति 84 फीसदी रही और उन्होंने 135 सवाल पूछे तथा 16 चर्चाओं में भागीदारी की।
सदन का एक प्रमुख चेहरा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की उपस्थिति का रिकॉर्ड मात्र 22 फीसदी रहा और उन्होंने न किसी बहस में हिस्सा लिया, न ही कोई सवाल पूछा और न ही कोई निजी विधेयक पेश किया। हालांकि डिंपल यादव अपने पति अखिलेश के उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई कन्नौज सीट से उपचुनाव के जरिए लोकसभा पहुंची थीं।
90 फीसदी से अधिक उपस्थिति दर्ज कराने वाले सांसदों में माकपा के एमबी राजेश का भी नाम शामिल है, जिन्होंने 93 फीसदी हाजिरी दर्ज करायी, 134 बहसों में हिस्सा लिया और 513 सवाल पूछे। पीआरएस लेजिसलेटिव रिसर्च के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी की हाजिरी का प्रतिशत 83, समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव का 72, दीपेन्द्र हुड्डा का 81 फीसदी, मिलिंद मुरली देवड़ा का 88, बसपा के अशोक कुमार रावत का 86 फीसदी, कांग्रेस की श्रुति चौधरी का 81 फीसदी, भाजपा के अनुराग ठाकुर का 85 और माकपा की सुष्मिता बाउरी का 94 फीसदी रहा।