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विकास के साथ सुरक्षित माहौल की भी चाह

बदायूं। हिन्दुस्तान संवाद।  देश का लोकतंत्र 16वीं बार लोकसभा चुनाव में मतदान की तैयारी में है। आम आदमी से लेकर व्यापारी, किसान और छात्रों तक हर वर्ग के लोग अब लोकतंत्र के मायने और अपने...

विकास के साथ सुरक्षित माहौल की भी चाह
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 03 Mar 2014 11:30 PM
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बदायूं। हिन्दुस्तान संवाद।  देश का लोकतंत्र 16वीं बार लोकसभा चुनाव में मतदान की तैयारी में है। आम आदमी से लेकर व्यापारी, किसान और छात्रों तक हर वर्ग के लोग अब लोकतंत्र के मायने और अपने अधिकारों को अच्छी तरह जान चुके हैं, ऐसे में जागरूक अवाम मौजूदा राजनीति से को नकारने लगी है। लगातार बढ़ रहे अपराध, महंगाई, महिला अपराध और मूलभूत सुविधाओं की किल्लत से नई पीढ़ी ऊब चुकी है।

देश के कर्णधार कहे जाने वाले छात्र-छात्राएं भी अब परविर्तन चाहते हैं, उन्हें बाहुबली और धनबली जनप्रतिनिधियों की नहीं बल्कि ऐसे नेतृत्व की चाह है जो जनता से जुड़े रहकर बुनियादी सुविधाएं मुहैया करा सके। सोमवार को हिन्दुस्तान टीम शहर के गिंदो देवी महिला डिग्री कालेज पहुंची। मुद्दा था लोकतंत्र के मायने और मौजूदा राजनीति। इस पर छात्राएं खुलकर बोलीं और वर्तमान राजनीति से प्रभावित नहीं दिखीं। इस रायशुमारी में यह तथ्य सामने आया कि अब अवाम शैक्षिक उन्नति के साथ विकास और सुरक्षा को भी वरीयता दे रही है।

छात्राओं के मन में बीते साल हुए दिल्ली गैंगरेप की दुर्दात वारदात को लेकर टीस थी तो जिले में भी हुईं ऐसी तमाम घटनाओं और शोहदों के बेलगाम होने के बाद भी सुस्त पुलिसिंग को लेकर आक्रोश। महिला सुरक्षा को लेकर सख्त कानून बने और सुरक्षा का माहौल कायम हो, लगभग डेढ़ घंटे तक छात्राओं ने मौजूदा राजनीति को लेकर अपने तर्क दिए, यह ख्वाहशि थी कि विकास तो हो ही साथ ही आम आदमी को अपराधियों से सुरक्षा मिले।

वहीं बिजली, सड़क और पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं की किल्लत न हो। फोटो 37 समाज में चारों ओर अराजकता का माहौल है। महिलाओं के साथ र्दुव्‍यवहार किया जा रहा है। इसलिए नेता ऐसा होना चाहिए जो समाजहित के साथ महिलाओं के हित में भी कार्य कर सके। इसके अलावा जाति धर्म से उठकर देश की तरक्की के बारे में सोचे। नीतू शर्मा बीए प्रथम वर्षफोटो 38चुनाव में महिलाओं का आरक्षण अधिक होना चाहिए। क्योकि महिलाए ही महिलाओं की पीड़ा को समझ सकती है।

आज लोग जीतने के बाद सभी को भूल रहे है। नेता ऐसा हो जिसकी छवि और चरित्र स्वच्छ हो। जिससे समाज को सही निर्माण हो सके। ज्योतिफोटो 39आज के नेता देश के विकास के बारे में नहीं बल्कि अपने विकास के बारे में सोच रहे है। इसलिए जनता ऐसे नेताओं को न चुनकर भेजे जो आरोपों में घिरे हैं। ऐसे नेता न तो देश के बारे में सोचेगे और नही महिला उत्थान की बात करेंगे। बृजवाला बीए प्रथम वर्षफोटो 40आज जिले में शिक्षा का स्तर काफी गिर गया है।

कालेजों में कई विषय नहीं है। जिस कारण छात्र-छात्राओं को परेशानी हो रही है। इसलिए नेता ऐसा हो जो छात्रहित की बात कर सके।   जनता को ऐसा लीडर चुनना चाहिए जो देश का विकास कर सके। जनता हित में कार्य कर सके। जिससे देश का नाम दुनिया में हो। इसके अलावा शिक्षा स्तर को बढ़ावा दे सके। आज के नेता अपराधियों को शरण देने से भी नहीं चूकते ऐसे नेताओं को पूरी तरह से ठुकरा देना चाहिए और स्वच्छ छवि वाले नेता का चुनाव करना चाहिए।

जाति धर्म और समुदाय के नाम पर वोट मांगने वाले को वोट न दिया जाए। आरती गौतम बीए द्वितीय वर्षफोटो 42नेताओं का चरित्र धूमिल हो रहा है। महिलाओं का तिरस्कार किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था रह नही गई है। जो नेता देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए आवाज नहीं उठा सकते ऐसे नेताओं को वोट देना वेकार है।

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