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ऑटो ब्रिगेड ने छोड़ा केजरीवाल का साथ

आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली के ज्यादातर ऑटो रिक्शा चालक आम आदमी पार्टी (आप) का विज्ञापन नहीं करेंगे, क्योंकि वे पिछले महीने केजरीवाल सरकार द्वारा उनसे किए गए वादों को लागू करने में उनकी सरकार के...

ऑटो ब्रिगेड ने छोड़ा केजरीवाल का साथ
एजेंसीSun, 02 Mar 2014 07:49 PM
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आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली के ज्यादातर ऑटो रिक्शा चालक आम आदमी पार्टी (आप) का विज्ञापन नहीं करेंगे, क्योंकि वे पिछले महीने केजरीवाल सरकार द्वारा उनसे किए गए वादों को लागू करने में उनकी सरकार के विफल रहने से खफा हैं।

दिल्ली ऑटो रिक्शा यूनियन के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा, दिल्ली विधानसभा चुनावों के विपरीत आने वाले चुनाव में हम आप का विज्ञापन नहीं करेंगे, क्योंकि केजरीवाल सरकार अपने 49 दिन के शासनकाल के दौरान एक महासभा में की गई किसी भी घोषणा को लागू करने में विफल रही। इस यूनियन के तहत दिल्ली के ज्यादातर ऑटो चालक आते हैं।

केजरीवाल ने पिछले महीने घोषणा की थी कि परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस मामूली उल्लंघनों तथा सही ड्रेस में नहीं होने के लिए ऑटो जब्त नहीं करेगी और इस तरह की कार्रवाई तभी की जाएगी जब वाहन का लाइसेंस, परमिट और फिटनेस नहीं होगा।

सोनी ने कहा कि परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस मामूली उल्लंघनों के लिए ऑटो जब्त करना जारी रखे हुए है। हाल में जब हमने परिवहन और ट्रैफिक अधिकारियों को सरकार के आदेश के बारे में याद दिलाई तो उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार की तरफ से कोई लिखित निर्देश नहीं मिला है।

ऑटो चालक मुकेश ने कहा कि लिखित आदेश या अधिसूचना जारी करने के लिए 49 दिन पर्याप्त हैं, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस संबंध में कुछ भी नहीं किया। आप नीत सरकार ने 7 फरवरी को ऑटो के लिए 5,500 एनसीआर परमिट भी जारी करने की घोषणा की थी।

उन्होंने कहा कि इस वादे को भी नहीं पूरा किया गया। हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार की सहमति के बिना दिल्ली के ऑटो नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गुड़गांव में नहीं चल सकते। राष्ट्रीय राजधानी में तकरीबन 80 हजार ऑटो रिक्शा चल रहे हैं।

आम आदमी पार्टी ने अपनी चुनावी सफलता में उनकी भूमिका को स्वीकार किया था और उनकी शिकायतों का निराकरण करने का वादा किया था।

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