कमाई घटने से बिजली इंजीनियरों की जमकर लगी क्लास
वरीय संवाददाता पटना। राजधानी के उपभोक्ताओं से बिजली बिल वसूलने में फिसड्डी साबित हुए पेसू के इंजीनियरों की शनिवार को जमकर क्लास लगी। विद्युत भवन में पेसू के कामकाज की समीक्षा करते हुए बिहार स्टेट...
वरीय संवाददाता पटना। राजधानी के उपभोक्ताओं से बिजली बिल वसूलने में फिसड्डी साबित हुए पेसू के इंजीनियरों की शनिवार को जमकर क्लास लगी। विद्युत भवन में पेसू के कामकाज की समीक्षा करते हुए बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी संदीप पौंड्रिक ने फरवरी में कम वसूली के लिए फटकार लगाते हुए कड़ी हिदायत भी दी है। साथ ही मार्त माह के लिए सीएमडी ने 140 करोड़ वसूली का टारगेट दिया है। सीएमडी ने कम राजस्व को लेकर अपनी गहरी नाराजगी जतायी।
उन्होंने पेसू के सभी दस डिविजनों के राजस्व वसूली की बारी-बारी से समीक्षा की। इस दौरान सीएमडी के कड़े तेवर से पेसू के जीएम एसएसपी श्रीवास्तव,दोनों अधीक्षण अभियंता,सभी कार्यपालक अभियंताओं की घिग्घी बंधी रही। अभियंता सीएमडी के सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे थे।
उन्होंने राजस्व वसूली में किसी तरह की कोताही नहीं बरतने की कड़ी हिदायत दी। उन्होंने मार्च के लिए 100 करोड़ रुपए के टारगेट में ही फरवरी में हुई 40 करोड़ की कमी को भी जोड़ दिया।
फरवरी में पेसू ने 67 करोड़ रुपए के राजस्व वसूले हैं। जानकारी के अनुसार फरवरी माह में पेसू कमाई को माइनस बिजली बिल का करंट लगा है। हर डिविजन में चार से 4 से 6 हजार उपभोक्ताओं को माइनस बिजली बिल मिले हैं। वहीं हर डिविजन में दो से तीन हजार उपभोक्ताओं को एक रुपए से डेढ़ सौ रुपए के बिल दिए गए हैं।
नतीजतन फरवरी माह में शहर के लोगों से पेसू बिजली बिल वसूलने में फिसड्डी रहा। पेसू के जूनियर इंजीनियरों को भी बिल वसूलने में लगा दिए जाने से लाइन डिस्कनेक्शन अभियान भी बाधित हो गया था।
सूत्रों के अनुसार हर जेई को रह दिन 100 रसीद काटने का टारगेट जीएम ने दिया था। पर फरवरी में माइनस बिल अधिक जारी होने से 80 रसीद काटने पर भी जेई 4-6 हजार ही वसूल कर ला पा रहे थे।