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संपर्कक्रांति में चोरी का तार लादते गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में चोरी का बिजली तार लादते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार को मुजफ्फरपुर पहुंची...

संपर्कक्रांति में चोरी का तार लादते गिरफ्तार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 08 Feb 2014 12:02 AM
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मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में चोरी का बिजली तार लादते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। गुप्त सूचना के आधार पर शुक्रवार को मुजफ्फरपुर पहुंची पूर्व मध्य रेलवे की सीआईबी टीम को यह सफलता मिली है। टीम ने उस व्यक्ति से 204 किलोग्राम तांबे के तार को जब्त किया है, जिसे रेलवे से ही चुराया गया था।

इसकी चोरी 9 व 10 जनवरी की रात बरौनी-कटिहार रेलखंड के कुरसेला स्टेशन से हुई थी। आरपीएफ की सीआईबी टीम को सूचना मिली थी कि इन दिनों रेलवे से चोरी हो रहे बिजली के तार (कॉपर वायर) को दिल्ली के रास्ते मुरादाबाद भेजा जा रहा है। इस तार को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन के लीज यान से भेजा जा रहा है। इसी सूचना के आधार पर शुक्रवार सुबह से ही पूर्व मध्य रेलवे की सीआईबी टीम के इंस्पेक्टर अर्जुन कुमार यादव के नेतृत्व में जम गयी।

इसी बीच दरभंगा से आयी बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस में लादने के लिए प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर तीन बोरा में कॉपर तार लिये हुए मनीष कुमार नामक व्यक्ति आया। चोरी के तार होने का संदेह होते ही उसको दबोच लिया गया। पूछताछ में बताया गया कि रेलवे विद्युतीकरण के लिए बरौनी कटिहार रेलखंड के कुरसेला स्टेशन के पास से तार की चोरी की गयी थी। इसी तार को दिल्ली के रास्ते मुरादाबाद भेजने के लिए संपर्कक्रांति में लादा जा रहा था।

इसी दौरान सीआईबी की टीम ने छापेमारी कर तार जब्त कर लिया। छापेमारी के दौरान सोनपुर सीआईबी के इंस्पेक्टर राजकुमार, सब इंस्पेक्टर रमेश सिंह, सहित कई उपस्थित थे। सीआईबी के इंस्पेक्टर श्री यादव ने बताया कि इसमें लीज यान के ठेकेदार अमरेश कुमार की भी तलाश की जा रही है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि दिल्ली के बाद इसे किसे देना था। उन्होंने कहा कि इसमें पार्सल कर्मचारियों की भूमिका संदेह के दायरे में है। मुजफ्फरपुर आरपीएफ की भूमिका पर सवाल खड़ा हो गया है।

पंद्रह दिन पहले भी दिल्ली भेजने की हुई थी कोशशि:पार्सल कर्मचारियों की मानें तो करीब पंद्रह दिन पहले भी बगैर शपथ पत्र के तार जैसा कुछ संदिग्ध सामान बिहार संपर्क क्रांति में लादने की कोशशि की गयी थी। पार्सल गेट पर शपथ पत्र मांगे जाने पर उक्त सामान के साथ वह व्यक्ति बैरंग वापस हो गया।

पार्सल कर्मचारियों की मानें तो स्टेशन पर जाने के कई और रास्ते हैं। संभव है कि चोरी-छिपे उक्त तार को प्लेटफॉर्म संख्या 3 पर ले जाया गया हो। पार्सल कर्मचारियों ने आरपीएफ पर सवाल दागा है कि आखिर वह यहां क्या करते हैं?।

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