3.52 करोड़ गबन के बाद एसबीआई में बना सीआरसी
मुजफ्फरपुर। कार्यालय संवाददाता। एसबीआई के स्थानीय प्रबंधन ने रेडक्रॉस भवन स्थित मुख्य शाखा में कैश रिप्लेसमेंट सेल (सीआरसी) का गठन कर दिया है। यह सेल एटीएम में कैश लोडिंग की मॉनिटरिंग करेगा। सर्कुलर...
मुजफ्फरपुर। कार्यालय संवाददाता। एसबीआई के स्थानीय प्रबंधन ने रेडक्रॉस भवन स्थित मुख्य शाखा में कैश रिप्लेसमेंट सेल (सीआरसी) का गठन कर दिया है। यह सेल एटीएम में कैश लोडिंग की मॉनिटरिंग करेगा। सर्कुलर के बावजूद पहले इस सेल का गठन नहीं किया गया था।
एटीएम में कैश लोडिंग में गबन के बाद इसका खुलासा हुआ। गठित सेल में अधिकारियों व कर्मियों की संख्या चार होगी। कैश लोडिंग के लिए एनसीआर कंपनी से एग्रीमेंट के अनुसार, सुरक्षा के ख्याल से बैंक के स्थानीय अधिकारियों को करेंसी चेस्ट वाली शाखाओं में सीआरसी का गठन करना था।
बीती 23 जनवरी को सदर थाने में बैंक अधिकारियों व एनसीआर कंपनी से अधिकृत एसआईएस एजेंसी के अधिकारियों से पूछताछ में मुख्य शाखा में सीआरसी के गठन नहीं होने का मामला सामने आया।
इतना ही नहीं, पिछले डेढ़ साल से सूबे की ज्यादातर करेंसी चेस्ट वाली एसबीआई की शाखाओं में सीआरसी की व्यवस्था नहीं की गई। बगैर सीआरसी के ही कैश लोडिंग होती रही। शाखाओं के ब्रांच मैनेजर को छोड़कर किसी भी कर्मी को इस सर्कुलर की जानकारी तक नहीं थी।
करीब डेढ़ साल पहले इसका खुलासा ‘हिन्दुस्तान ’ने भी किया था। इधर, मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक एके पंडित ने सीआरसी का गठन होने की जानकारी दी। साथ ही बताया कि प्रावधान के अनुसार एटीएम में कैश लोडिंग की मॉनिटरिंग हो रही है।
29 एटीएम की ऑन द स्पॉट जांच शुरू सूत्रों के अनुसार सीआरसी के गठन के बाद गुरुवार को एसआईएस एजेंसी से कैश लोडिंग होने वाले 29 एटीएम की जांच शुरू कर दी गई है। इसमें बैंक के अधिकारियों के साथ एसआईएस के अधिकारी भी शामिल हैं।
एजेंसी कुल 44 एटीएम में कैश लोडिंग करती थी। इसमें 15 एटीएम में कैश लोडिंग के दौरान 3.52 करोड़ रुपये का गबन एजेंसी के दो कस्टोडियन ने कर दिया था। इन 15 एटीएम को छोड़कर शेष सभी की जांच ऑन द स्पॉट की जा रही है।
जांच के दौरान कि स एटीएम में कितना कैश लोड किया गया, इसका मिलान बैंक अपने खाते से करेगा। बैंक की लापरवाही पर पुलिस की नजर जिले में एसबीआई के 15 एटीएम के 3.52 करोड़ रुपये गबन मामले में पुलिस प्रशासन की नजर बैंक की लापरवाही पर भी है।
एसएसपी सौरभ कुमार ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में बताया मामले की जांच कर रही पुलिस टीम के साथ पांच फरवरी को नगर थाने में बैठक की गई। जांच टीम को बैंक के स्थानीय वरीय अधिकारियों से पूछताछ करने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक कई बार बैंक के अधिकारियों से पूछताछ की गई है। पुलिस ने फरार दोनों कस्टोडियनों को पकड़ने की विशेष नीति बनाई है। बैंक के स्तर से कहां-कहां चूक हुई है, टीम इस पर भी नजर रखी हुई है। बैंक के अधिकारी व कर्मचारी जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। पुलिस जल्द ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी।