निजीकरण के विरोध पर गरजे बिजली कर्मचारी
बांदा। हिन्दुस्तान संवाद। निजीकरण के विरोध में गुरुवार को बिजली कर्मचारी खूब गरजे। आक्रोश इस कदर रहा कि सैकड़ो बिजली कर्मी सड़क पर उतर पडे़ और और शहर के विभिन्न मार्गों से जुलूस निकाल सामूहिक...
बांदा। हिन्दुस्तान संवाद। निजीकरण के विरोध में गुरुवार को बिजली कर्मचारी खूब गरजे। आक्रोश इस कदर रहा कि सैकड़ो बिजली कर्मी सड़क पर उतर पडे़ और और शहर के विभिन्न मार्गों से जुलूस निकाल सामूहिक सत्याग्रह किया। सत्याग्रह जुलूस पीली कोठी से निकला और ओवरब्रिज, कचहरी और रोडवेज होता हुआ चिल्ला रोड स्थित जोन मुख्यालय पहुंचा।
इस दौरान नारेबाजी करते हुए ज्वलंत समस्याओं के निराकरण की मांग की। चेतावनी दी कि मांगे न मानी गई तो हड़ताल और कार्य बहिष्कार करेंगे। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उत्तर प्रदेश द्वारा गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, वाराणसी की बिजली व्यवस्था निजी फ्रेंचाइजी को देने पर जमकर गुस्सा जताया गया। कर्मचारियों का कहना है कि मुनाफे वाले शहरों को निजी हाथों पर सौंपने से वितरण कंपनियों का घाटा बढेम्गा। जिसका बोझ उपभोक्ताओं पर पडेगा। चेतावनी दी कि उनकी मांगें न मानी गई तो विरोध स्वरूप 19 फरवरी को 24 घंटे की हड़ताल, 17 और 18 फरवरी को 48 घंटे का कार्य बहिष्कार किया जाएगा।