राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत पर समझौता एक्सप्रेस धमाकों को लेकर सामने आये आरोपों से राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। हालांकि, संघ तथा भाजपा ने आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताया है। वहीं कांग्रेस तथा कुछ अन्य राजनीतिक दलों को इससे संघ तथा भाजपा पर निशाना साधने का मौका मिल गया है।
कारवां पत्रिका ने दावा किया है कि 2००7 के समझौता एक्सप्रेस धमाकों तथा कुछ अन्य धमाकों के अभियुक्त स्वामी असीमानंद ने अंबला जेल में उसे दिये साक्षात्कार में यह जानकारी दी कि इन धमाकों की स्वीकृति देने में भागवत भी शामिल थे, जो उस समय संघ के सर कार्यवाह थे।
संघ ने इन आरोपों को पूरी तरह बकवास और आधारहीन करार दिया है। संघ के प्रवक्ता राम माधव ने आरोपों को पूरी तरह निराधार बताते हुए कहा कि इस संगठन को बदनाम करने के लिए पहले भी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को उठाये जाने के समय को देखने से लगता है कि यह राजनीतिक षडयंत्र है। इसे उठाकर कोई राजनीतिक लाभ हासिल करना चाहता है।
संघ के प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य ने कहा है कि असीमानंद के वकील कह चुके हैं कि साक्षात्कार में जो भी कहे जाने का दावा किया जा रहा है, वह झूठ और आधारहीन है। वैद्य के अनुसार वकील ने ऐसा कोई साक्षात्कार होने पर भी सवाल उठाया है।