फोटो गैलरी

Hindi Newsसविता के लिए आज होगा पूरे राज्य में चक्का जाम

सविता के लिए आज होगा पूरे राज्य में चक्का जाम

रांची। ब्यूरो प्रमुख। स्व सुधीर महतो की विधवा सविता महतो को हक दिलाने के लिए कुरमी संगठन बुधवार को सड़क पर उतरेंगे। कुरमी संघर्ष मोर्चा, झारखंड कुरमी सेना सहित कई कुरमी संगठनों ने बुधवार को पूरे राज्य...

सविता के लिए आज होगा पूरे राज्य में चक्का जाम
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 05 Feb 2014 12:09 AM
ऐप पर पढ़ें

रांची। ब्यूरो प्रमुख। स्व सुधीर महतो की विधवा सविता महतो को हक दिलाने के लिए कुरमी संगठन बुधवार को सड़क पर उतरेंगे। कुरमी संघर्ष मोर्चा, झारखंड कुरमी सेना सहित कई कुरमी संगठनों ने बुधवार को पूरे राज्य में चक्का जाम की घोषणा की है।

घोषणा के मद्देनजर पूरे राज्य में पुलिस को सतर्क किया गया है। पार्टी से नाराज चल रहे झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो, जगरन्नाथ महतो और विद्युतवरण महतो ने भी बंद के समर्थन का एलान किया है।

जारी है प्रदर्शनः झामुमो ने 28 जनवरी को राज्यसभा के लिए घोषित उम्मीदवार सविता महतो की उम्मीदवारी वापस ली थी। उसके बाद से ही कुरमी संगठन नाराज हैं।

हालांकि इस बंद से प्रमुख दलों ने किनारा किया है। साथ ही दूसरे दलों के कुरमी नेताओं ने इससे खुद को दूर रखा है। राजधानी सहित कुरमी बहुल इलाकों में कुरमी संगठनों का धरना प्रदर्शन जारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन का विरोध हो रहा है।

कुरमी संगठन से जुड़े नेता पिछले तीन-चार दिनों से जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं। अड़े रहे विधायक, तो सरकार का बढ़ सकता है संकटझामुमो के तीनों विधायक इस्तीफा देने पर अड़े रहे, तो हेमंत सोरेन सरकार का खतरा बढ़ सकता है।

इस समय झारखंड सरकार को 43 विधायकों का समर्थन है। इसमें झामुमो के 18, कांग्रेस के 13, राजद के पांच सहित सात निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। अगर झामुमो के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो सरकार का आंकड़ा 40 पर आ जाएगा। ऐसे में सरकार के बहुमत पर खतरा मंडरा सकता है। आज के बाद तेज होगी हलचलसविता महतो और शबिू सोरेन के अनुरोध पर नाराज विधायकों ने पांच फरवरी के बाद इस्तीफा देने की बात कही है।

बुधवार के बाद इन विधायकों के रुख पर सबकी नजर होगी। चर्चा है कि उससे पहले विधायकों को मनाने के लिए सरकार सविता महतो को लेकर कोई बड़ी घोषणा कर सकती है। उन्हें बोर्ड-निगम में एडजस्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर सकती है।

सरकार का समीकरण 82 (एक मनोनीत) विधायकों की विधानसभा में सरकार को बहुमत के लिए 41 विधायक चाहिए। इस समय सरकार को 43 विधायकों का समर्थन है। अगर तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो विधानसभा में विधायकों की संख्या 79 (मनोनीत सहित) हो जाएगी।

उस स्थिति में 40 विधायक बहुमत के लिए चाहिए। तब सरकार के पास 40 का ही आंकड़ा बचेगा। एक और विधायक के इधर-उधर होने पर सरकार संकट में पड़ सकती है। सत्ता पक्ष : झामुमो - 18, कांग्रेस - 13, राजद - 5, निर्दलीय व अन्य 7, कुल - 43 निर्दलीय व अन्य - बंधु तिर्की, अरुप चटर्जी, विदेश सिंह, चमरा लिंडा, गीता कोड़ा, हरिनारायण राय व एनोस एक्काविपक्ष : भाजपा - 19 (मनोनीत सहित), झाविमो : 11, आजसू - 6, जदयू - 2, माले - 1, कुल - 39बहुमत का आंकड़ा : 41 इस्तीफा देने के बाद स्थितिसत्ता पक्ष : 43 - 3 = 40विपक्ष : 39विधायकों की संख्या हो जाएगी : 79 बहुमत का आंकड़ा : 40 सरकार के पास आंकड़ा : 40।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें