अमेरिकी मौद्रिक नीति बदलाव से निपटने को तैयार भारत: राजन
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कहा कि भारत अमेरिकी फेडरेल रिजर्व के प्रोत्साहन कार्यक्रम में आगे और बदलाव से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये आज बेहतर तैयारी में है, लेकिन देश को...
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कहा कि भारत अमेरिकी फेडरेल रिजर्व के प्रोत्साहन कार्यक्रम में आगे और बदलाव से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये आज बेहतर तैयारी में है, लेकिन देश को किसी भी संभावित घटना से निपटने के लिये हर समय सावधान रहना होगा।
राजन ने कहा हमने अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिये काफी कुछ किया है और हम (फेडरल रिजर्व के कदम से निपटने) बेहतर तैयारी में हैं, लेकिन मैं यह कभी नहीं कहूंगा कि हम किसी भी घटना से निपटने के लिये पूरी तरह तैयार हैं। हमें सतर्क रहना होगा।
राजन ने यहां वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की बैठक के बाद कहा कि हम छह महीने पहले के मुकाबले आज ज्यादा बेहतर तैयारी में हैं और यह सरकार और नियामक के कड़े प्रयासों से संभव हो सका है।
वित्त मंत्री पी़ चिदंबरम ने वित्तीय स्थिरता और विकास परिषद (एफएसडीसी) की पूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। परिषद में वित्तीय क्षेत्र के सभी नियामक शामिल हैं। एफएसडीसी की यह बैठक अमेरिका में फेडरल रिजर्व के मौद्रिक प्रोत्साहन कार्यक्रम में बदलाव किये जाने और रिजर्व बैंक द्वारा चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि का अनुमान 5 प्रतिशत से कम किये जाने के बीच हुई है।
अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने पिछले सप्ताह ही अपने बॉंड खरीद कार्यक्रम में बदलाव करते हुये उसमें 10 अरब डॉलर की और कटौती की है। केन्द्रीय बैंक ने हर महीने बाजार से 65 अरब डॉलर की प्रतिभूतियां खरीदने का फैसला किया है। इससे पहले यह 75 अरब डॉलर मासिक की प्रतिभूतियां खरीद रहा था।