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सपा दबंगों का मकान में कब्जे का प्रयास

इलाहाबाद। हिन्दुस्तान टीम। पुलिस एवं आसामाजिक तत्वों की मिलीभगत से रामानन्द नगर स्थित एक महिला के मकान को हड़पने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने जहां एक तरफ एसएसपी व...

सपा दबंगों का मकान में कब्जे का प्रयास
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 02 Feb 2014 11:34 PM
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इलाहाबाद। हिन्दुस्तान टीम। पुलिस एवं आसामाजिक तत्वों की मिलीभगत से रामानन्द नगर स्थित एक महिला के मकान को हड़पने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने जहां एक तरफ एसएसपी व थानाध्यक्ष जार्जटाउन को कोई अप्रिय घटना न होने देने सहित सुरक्षा इंतजाम देने का निर्देश दिया है, वहीं दूसरी तरफ मकान पर कब्जा कर ताला बन्द करने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को आदेश दिया है कि वह याचीगण को 48 घंटे के भीतर चाबी वापस करें।

कोर्ट ने पुलिस की मदद से विपक्षीगण सपा विधायक के भाई राजकुमार सिंह व चौकी इंचार्ज सुरेन्द्र कुमार शर्मा को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने राज्य सरकार व विपक्षीगण से 10 दिन में याचिका पर जवाब मांगा है और याचिका की अगली सुनवाई की तिथि 11 फरवरी तय की है। यह आदेश न्यायमूर्ति तरुण अग्रवाल तथा न्यायमूर्ति अनिल कुमार शर्मा की खण्डपीठ ने ज्योति शंकर पांडेय व दो अन्य की याचिका पर दिया है। याची अधविक्ता क्षेत्रेश चन्द्र शुक्ला ने बहस की कि याची ने संगम लाल से उनके पैतृक मकान का बैनामा लिया।

13 दिसम्बर 2013 को बैनामा लेने के बाद याचीगण मकान में रहने लगे। इसी दौरान विपक्षी जो खुद को हंडिया के विधायक प्रशांत सिंह का भाई बताते हैं, बदमाशों के साथ उनको मकान खाली करने की धमकी देने लगे। विधायक भाई का कहना है कि उन्होंने भी मकान का बैनामा कराया है, लेकिन बिना किसी दस्तावेजी साक्ष्य के इन्होंने सत्ता की हनक से पुलिस के द्वारा मकान पर 28-29 दिसम्बर की रात में जबरन कब्जा कर लिया। पुलिस ने मकान में ताला लगा दिया।

इस पर याचीगण ने हाईकोर्ट की शरण ली। कोर्ट ने कमशि्नर को भेजकर मौके की रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मकान के एक कमरे में पुलिस ने ताला लगा लिया है। सरकारी अधविक्ता ने भी कोर्ट को बताया कि एसएसपी से कानून व्यवस्था कायम रखने का अनुरोध किया गया है। थानाध्यक्ष को स्वयं जाकर मौके की स्थिति देख कार्रवाई करने को कहा गया है। इस पर कोर्ट ने बन्द कमरे की चाभी याची को वापस करने का पुलिस को आदेश दिया और कहा कि भविष्य में कोई भी अप्रिय घटना न होने पाए।

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