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डील पर नहीं गिरगी सरकार : बर्धन

भाकपा के महासचिव ए बी बर्धन ने परमाणु मसले पर वाम दलों के सख्त रवैए को दोहराया है लेकिन यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि संप्रग सरकार निकट भविष्य में गिरेगी। यूपीए घटक बिना सरकार गवांए परमाणु करार के...

 डील पर नहीं गिरगी सरकार : बर्धन
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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भाकपा के महासचिव ए बी बर्धन ने परमाणु मसले पर वाम दलों के सख्त रवैए को दोहराया है लेकिन यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता कि संप्रग सरकार निकट भविष्य में गिरेगी। यूपीए घटक बिना सरकार गवांए परमाणु करार के समर्थन में हैं, एसे में इस मसले पर यूएनपीए का रुख महत्वपूर्ण हो जाता है। तीसर मोर्चे के सबसे बड़े घटक सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने मंगलवार को कहा कि तीन जुलाई को होने वाली घटक दलों की बैठक में इस मसले पर कोई निर्णय लिया जाएगा। इस बीच, कांग्रेस प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ पूरी ताकत से खड़ी हो गयी है।ड्ढr ड्ढr कांग्रेस प्रवक्ता दिग्विजय सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी समेत सभी कांग्रेसी प्रधानमंत्री के साथ हैं। इससे पहले डीएमके नेता टीआर बालू ने करुणानिधि के दूत के रूप में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और उन्होंने अपने पार्टी प्रमुख की प्रकाश करात, डी राजा से हुई बातचीत के निष्कर्षो से अवगत कराया। बालू ने पूर आत्मविश्वास के साथ कहा कि सरकार के लिए कोई खतरा नहीं है। बर्धन ने परमाणु समझौते पर 25 जून को संप्रग-वाम दलों की समन्वय समिति की प्रस्तावित बैठक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि वाम दल संप्रग सरकार से समर्थन वापस लेने को उत्सुक नहीं हैं लेकिन यदि संप्रग सरकार अपने आप गिरती है तो हम उसे कैसे रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी समझौते पर अपने रुख पर कायम रहेगी। दूसरी ओर यूएनपीए परमाणु समझौते पर तीन जुलाई को बैठक कर अपना रुख स्पष्ट करेगा तथा इसी दिन या इसके बाद वाम दलों से बातचीत करेगा।ड्ढr ड्ढr इस बीच लोजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान ने विश्वास व्यक्त किया है कि करार पर वामपंथी दलों की नाराजगी जल्द ही दूर हो जाएगी और सरकार पांच साल का अपना कार्यकाल पूरा करेगी। पासवान ने कहा कि करार देश की ऊर्जा की कमी को दूर करने के लिए जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि समन्वय समिति की बैठक में बातचीत के जरिए इस करार को लेकर पैदा हुई गलतफहमियां दूर हो जाएंगी। इस बीच भारत—अमेरिका परमाणु करार का लकर संप्रग व वामदलां मं जारी गतिराध क बीच अमेरिका न एक बार फिर कहा है कि गुजर रह एक—एक दिन स इस एतिहासिक समझौत पर अमल करना मुश्किल हाता जा रहा है। विदश मंत्रालय क उप प्रवक्ता टॉम कसी न मंगलवार का जारी बयान मं कहा कि एक—एक दिन की दरी स करार का अमेरिकी कांग्रस की मंजूरी दिलाना बुश प्रशासन क लिए कठिन हाता जा रहा है। कसी न कहा कि भारत क अंदरुनी राजनीतिक को सुलझाना बहद जरूरी है। उन्हांन कहा कि हम समर्थन जारी रखंग और यह हमारे हित मं भी है।ं

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