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Hindi Newsप्रवासी भारतीयों को डॉलर-पाउंड में नहीं तौलना चाहिए: मोदी

प्रवासी भारतीयों को डॉलर-पाउंड में नहीं तौलना चाहिए: मोदी

प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आज प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा, जिन्होंने कहा था कि हम बेहतर समय की ओर बढ़ रहे...

प्रवासी भारतीयों को डॉलर-पाउंड में नहीं तौलना चाहिए: मोदी
एजेंसीThu, 09 Jan 2014 03:05 PM
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प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आज प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा, जिन्होंने कहा था कि हम बेहतर समय की ओर बढ़ रहे हैं।
    
मोदी ने अगले लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में अपनी पार्टी की सरकार बनने का संकेत देते हुए कहा कि मैं प्रधानमंत्री से सहमत हूं। भारत के लिए अच्छे दिन आने वाले हैं। मैं इस संबंध में और कुछ नहीं कहना चाहता। यद्यपि अच्छे दिन आ रहे हैं।
    
मोदी ने सिंह पर यह निशाना प्रधानमंत्री द्वारा अर्थव्यवस्था की स्थिति को लेकर प्रवासी भारतीय समुदाय के बीच उत्पन्न आशंकाओं को दूर करने के प्रयास में दिये उस बयान के एक दिन बाद साधा है ,जिसमें उन्होंने कहा था कि देश बेहतर समय की ओर बढ़ रहा है और वर्तमान स्थिति के बारे में निराशा और भविष्य को लेकर चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
      
प्रधानमंत्री ने गत सप्ताह एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा था, हमारे सामने बेहतर समय आने वाला है क्योंकि वैश्विक आर्थिक विकास का चक्र बेहतरी की ओर बढ़ रहा है।
     
सिंह के उस बयान के बाद मोदी का प्रधानमंत्री पर यह पहला मौखिक हमला है, जिसमें उन्होंने कहा था कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में देश के लिए विनाशकारी होंगे। मोदी ने प्रवासी भारतीय दिवस में संप्रग सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बांटने वाली राजनीति, पंगु नीतियों ,घोटालों और भ्रष्टाचार ने जनता की सरकार और उसके नेताओं के प्रति धारणा को बुरी तरह से प्रभावित किया है।

मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों को डॉलर और पाउंड में नहीं तौलना चाहिए और उनके अनुभव का इस्तेमाल देश को नई दिशा देने में होना चाहिए।

प्रवासी भारतीय दिवस के मौके पर मोदी ने कहा कि जब हम प्रवासी भारतीय के बारे में बात करते हैं तो सोचते हैं कि वे डॉलर और पाउंड लाते हैं। हमारे भारतीय भाई-बहनों को डॉलर और पाउंड में नहीं तौलना चाहिए। उनकी अलग कार्य संस्कृति, ज्ञान और अनुभव है। यह अनुभव हमें नई दिशा दे सकता है।

मोदी ने केंद्र सरकार पर भी कई अप्रत्यक्ष हमले किए और कहा कि प्रवासी भारतीय और अन्य निवेशक अब सीधे राज्य सरकार के साथ सौदा करना चाहते हैं।

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