लोकलाज के डर से नाली में फेंका नवजात
हाथरस। कहने को तो मां अपने लाड़ले को आंचल में छुपा कर रखतीं हैं, लेकिन यह क्या, एक ऐसी भीमां है, जिसने लोकलाज के कारण अपने नवजात बच्चों को नालीमें ही फेंक दिया। शहर के नाई का नगला में नवजात शशिु...
हाथरस। कहने को तो मां अपने लाड़ले को आंचल में छुपा कर रखतीं हैं, लेकिन यह क्या, एक ऐसी भीमां है, जिसने लोकलाज के कारण अपने नवजात बच्चों को नालीमें ही फेंक दिया।
शहर के नाई का नगला में नवजात शशिु केमिलने की खबर से स्थानीय लोगों की मौके पर भारी भीड़ लगगई। यहां पर हर कोई उस नवजात शशिु की मां को कोसताहुआ नजर आया। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके परपहुंच गई। जिसने नवजात के शव का पोस्टमार्टम कराया। बुधवार की सुबह मोहल्ला नाई कानगला बीएसएनएल दफ्तर के बराबर सफाई कर्मचारी रोजाना कीतरह सुबह करीब सात बजे नाली से सिल्ट निकाल रहा था। इसीबीच अचानक नाली से सिल्ट निकालते वक्त उसके फाबड़े पर एकनवजात शशिु का शव आ गया।
यह देख वह चौंक गया, इस बात कीजानकारी उसने आसपास के लोगों को दी। जिसके बाद मौके परकाफी भीड़ लग गई। सुबह का वक्त होने के कारण सभी अपनेअपने घरों पर ही थे। जिसने भी नाली में नवजात शशिु का शवमिलने की बात सुनी, तो मौके पर पहुंच गया। यहां पर मौजूदलोगों ने उस मां को बहुत कोसा, जिसने एक नन्हीं सी जान को आंखखुलने से पहले ही मौत दे दी। शायद वह बिन बहिायी मां होगी,जिसने समाज के डर से नवताज शशिु को नाली में बहा दिया।
इसकीसूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दे दी, जिसके बाद मौके परकोतवाली पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने नवजात शशिु के शवका पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम भी कराया। नवजात शशिु केशव को लेकर देरशाम तक नाई का नगला में चर्चाएं होती रहीं।