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मिठनपुर मौजा का इलाका छोड़ गया आदमखोर बाघ

 चन्दौसी। हिन्दुस्तान संवाद चन्दौसी के थाना कुढ़फतेहगढ़ क्षेत्र के मिठनपुर मौजा गांव के खेतों में डेरा डाले टाइगर का परिवार छह दिन बाद इलाका छोड़ दिया है। यह बात वन विभाग के अधिकारी कह रहे...

मिठनपुर मौजा का इलाका छोड़ गया आदमखोर बाघ
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 03 Jan 2014 11:32 PM
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 चन्दौसी। हिन्दुस्तान संवाद

चन्दौसी के थाना कुढ़फतेहगढ़ क्षेत्र के मिठनपुर मौजा गांव के खेतों में डेरा डाले टाइगर का परिवार छह दिन बाद इलाका छोड़ दिया है। यह बात वन विभाग के अधिकारी कह रहे हैं। एक्सपर्ट टीमों के अुनसार टाइगर ने अब अपना रूख पैगा रफातपुर के झिलों की तरफ कर दिया है।

टीम अब उन क्षेत्रों में रात में सर्च आपरेशन चलाने की तैयारी में जुट गई है। वहीं मिठनपुर के ग्रामीणों में अब भी टाइगर की दहशत बरकरार है। टाइगर को पकड़ने के लिए वन विभाग संभल की टीम समेत उत्तराखण्ड और उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आईं वन विभाग की टीमें यहां डेरा डाले हुए हैं। गांव मिठनपुर मौजा में 29 दसिंबर की भोर में टाइगर ने तालाब किनारे गए 22 वर्षीय विजय सिंह को नविाला बना लिया था।

इससे गांव में दहशत फैल गई। इसी दिन से वन विभाग संभल के डीएफओ जीएस खुशारिया और थानाध्यक्ष लक्ष्मी शंकर फोर्स के साथ गांव में डेरा डाले हुए हैं। टाइगर को पकड़ने के लिए जिम कार्बेट पार्क नैनीताल, पीलीभीत, सीतापुर, बहराइच, लखीमपुर खीरी और लखनऊ के एक्सपर्ट बुलाए गए। यही नहीं मंडल मुरादाबाद के वन संरक्षक कमलेश कुमार व मुरादाबाद डीएफओ बोनिक चंद वर्मा भी टाइगर को पकड़ने के लिए जोर-शोर से लगे रहे। मगर छह दिन बीत जाने भी सभी अफसर और टीमें टाइगर को पकड़ने में नाकाम रहीं।

छठें दिन शुक्रवार की सुबह छह बजे के करीब नैनीताल व जिम कार्बेट पार्क की टीम ने संभल के डीएफओ के साथ गांव पैगा रफातपुर की ओर झील तक टाइगर के पैरों के निशान देखे हैं। लेकिन टाइगर व उसके शावक के ताजा पैरों के निशान नहीं नजर आए हैं। इससे टीम यह अनुमान लगा रहा है कि टाइगर व उसके शावक अब मिठनपुर गांव का क्षेत्र छोड़ कर पैगा रफातपुर गांव की ओर चला गया है। इसलिए अब टीम रात में संभावित क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाएगी और टाइगर की तलाश करेगी।

वहीं टाइगर के अब तक नहीं पकड़े जाने तक ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है।

वर्जन

गन्ने के खेत में टाइगर के पैरों के निशान और बैठने के निशान के अलावा टाइगर के मल मिली है। मिठनपुर मौजा गांव से सटे गन्नों को कटवाकर गांव को टाइगर सेंटर फ्री किया जा रहा है। रात में नैनीताल, जिम कार्बेट व संभल वन विभाग की टीम पुलिस फोर्स के साथ ड्रैगन लाइट से सर्च करेगी। टाइगर के गांव मिठनपुर मौजा क्षेत्र से आगे की ओर बढ़ने की संभावना है।

जीएस खुशारिया, डीएफओ, संभल।

कब क्या-क्या हुआ29 दसिंबर:: भोर में टाइगर ने तालाब किनारे मिठनपुर मौज के विजय सिंह को अपना नविाला बनाया।

30 दसिंबर:: गांव के श्योराज सिंह के गन्ने के खेत में टाइगर के देखे जाने पर वन अधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी थी।

31 को तालाब किनारे टाइगर की दहाड़ सुनाई दी थी। सर्च आपरेशन चलाया गया।

02 जनवरी:: गन्ने के खेतों के पास स्थित गेहूं के एक खेत में शावक के पैरों के निशान नजर आने की पुष्टि हुई।

इससे एक्सपर्टों की टीम ने माना कि इलाके में मादा टाइगर और उसका शावक भी है।

03 जनवरी:: इसके बाद प्रशासन ने गांव से सटी ईखों को तत्काल कटवाने के निर्देश दे दिए। ईखों का कटान जारी है।

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