एनजीओ के चयन में नियमों की अनदेखी
रांची। वरीय संवाददाता एनजीओ के चयन में नगर निगम ने नियम-कानून की खूब अनदेखी की है। इसमें कुछ ऐसे एनजीओ का चयन किया गया है जो कभी गली-मुहल्लों में साफ-सफाई का काम ही नहीं किए हैं। इसमें चाल...
रांची। वरीय संवाददाता
एनजीओ के चयन में नगर निगम ने नियम-कानून की खूब अनदेखी की है। इसमें कुछ ऐसे एनजीओ का चयन किया गया है जो कभी गली-मुहल्लों में साफ-सफाई का काम ही नहीं किए हैं। इसमें चाल फाउंडेशन एवं पूर्णिमा शामिल है। ये दोनों संस्था अपार्टमेंट, होटल एवं कॉलेजों में ही साफ-सफाई का काम किया है। वहीं कुछ एनजीओ एटूजेड के अधिकारियों की हैं। चर्चा है कि हेरिटेज मनोज पांडेय की संस्था है, जो पिछले कुछ महीनों से एटूजेड में ही काम कर रहे हैं।
चाल : रजिस्ट्रेशन- 2006 में हुआ हैसफाई कार्य का अनुभव- जेवियस कॉलेज, डीएवी स्कूल में संस्था साफ-सफाई का काम कर रही हैपूर्णिमारजिस्ट्रेशन- इस संस्था का रजिस्ट्रेशन 2003 में हुआ हैसफाई कार्य का अनुभव- होटल एवं अपार्टमेंट की साफ-सफाई का काम कर चुकी हैकोट-हमारे संस्था का बेसिक काम साफ-सफाई है। लेकिन हम लोग छोटो-मोटे जगह पर ही साफ-सफाई का काम किए हैं। बड़ा काम करने का अनुभव नहीं है। प्रकाश, चाल फाउंडेशन-हमें साफ-सफाई का बहुत बड़ा अनुभव नहीं है। होटल व अपार्टमेंट में सफाई का काम कर रहे हैं।
ऐसे हमारी संस्था दस साल पुरानी है। कन्हैया लाल तनेजा, निदेशक पूर्णिमा।