असम गण परिषद यूएनपीए में सपा के साथ नहीं रहेगी
परमाणु मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा)के कांग्रेस के साथ चलने के फैसले के बाद अब संयुक्त राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (यूएन पीए) के महत्वपूर्ण घटक असम गण परिषद (अगप)ने उनके साथ यूएनपीए में नहीं रहने के...
परमाणु मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा)के कांग्रेस के साथ चलने के फैसले के बाद अब संयुक्त राष्ट्रीय प्रगतिशील गठबंधन (यूएन पीए) के महत्वपूर्ण घटक असम गण परिषद (अगप)ने उनके साथ यूएनपीए में नहीं रहने के बारे में अल्टीमेटम दे दिया है। अगप ने शनिवार को साफ तौर पर कहा कि सपा ने परमाणु करार मुद्दे पर कांग्रेस का समर्थन नहीं करने के यूएनपीए के प्रस्ताव की अवहेलना की है इसलिए वह अब सपा के साथ यूएनपीए में नहीं रह सकती है। पार्टी के अध्यक्ष वृदांवन गोस्वामी ने शनिवार को हड़बड़ी में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यदि सपा यूएनपीए में बनी रहती है तो वे गठबंधन के सदस्य नहीं रहेगें। उन्होंने कहा कि यूएनपीए के प्रस्ताव में साफ तौर पर कहा गया था कि इस मसलें पर विशेषज्ञों की राय ली जाए लेकिन चूंकि अब सपा ने करार का समर्थन करने का फैसला किया है तो परमाणु मुद्दें पर अगप कांग्रेस के साथ नहीं रह सकती है। ड्ढr पार्टी ने आज यहां इस मसले पर बैठक की जिसमें अगप के राय सभा सदस्य बीरेन वैश्य, डॉ. कुमार कलीष्क, कुमार दीपक दास, पार्टी प्रवक्ता चंद्र मोहन पटवारी, उपाध्यक्ष नुस्ल हसन तथा महासचिव अतुल बोरा मौजूद थे। लेकिन पार्टी के दोनों लोकसभा सदस्य डॉ. अरुण कुमार शर्मा तथा सर्वानंद सोनोवाल मौजूद नहीं थे।