संघ ने सिंचाई मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा
बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने सिंचाई मंत्री और सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संगठन के पदधारकों ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उनकी कार्यशैली पर अंगुली उठाते हुए दावा किया कि बाढ़ या सुखाढ़...
बिहार अभियंत्रण सेवा संघ ने सिंचाई मंत्री और सचिव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। संगठन के पदधारकों ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उनकी कार्यशैली पर अंगुली उठाते हुए दावा किया कि बाढ़ या सुखाढ़ की स्थिति में विभाग की कलई खुल जायेगी। महासचिव ई. राजेश्वर मिश्रा ने कहा कि विभाग में अराजकता की स्थिति है। स्थानांतरण में नियमों की अनदेखी की गई है। पदधारकों का भी तबादला कर दिया गया तो दो माह में रिटायर होने वाले अभियंताओं को भी ऐच्छिक पोस्टिंग की सुविधा नहीं दी गई। मंत्री और सचिव को चार बार पत्र देने के बावजूद संगठन से वार्ता की पहल नहीं की गई। सैकड़ों पद रिक्त हैं पर प्रोन्नति नहीं दी जा रही है। विधानसभा में मुख्यमंत्री के समक्ष मंत्री द्वारा प्रोन्नति के मामले में की गई घोषणा पर अमल नहीं हुआ। अपनी कार्यशैली से विभाग यह जताना चाहता है कि नियम इसके लिए कोई मायने नहीं रखते। उन्होंने बताया कि विभाग में अभियंता प्रमुख के सभी पांचों पद रिक्त हैं।ड्ढr ड्ढr मुख्य अभियंता के 20 में 1पद खाली हैं। 136 अधीक्षण अभियंताओं की जगह मात्र 24, 432कार्यपालक अभियंताओं की जगह सिर्फ 20 और 2138 सहायक अभियंताओं की जगह मात्र 1440 अभियंता हैंे। इन रिक्त पदों का प्रभार देने में भी पिक एण्ड चूज किया जाता है। कनीय अधिकारी वरीय पदों के प्रभार में हैं। तकनीकी फैसले भी सचिव स्तर से किये जाते हैं अभियंताओं के पास सिर्फ कार्यान्वयन की जिम्मेदारी है। बाढ़ को लेकर भी विभाग सतर्क नहीं है। इससे संबंधित काम 31 मई तक समाप्त कर देना होता है। लेकिन अप्रैल में काम शुरू ही किया गया। किसी भी विषम परिस्थिति में सरकार को तय करना पड़ेगा कि उस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है। संवाददाता सम्मेलन में अध्यक्ष अमलेन्दु कुमार झा और सचिव अरुण कुमार के अलावा अरुण प्रसाद, आदित्य झा अनल आदि उपस्थित थे।