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रात में किलरों का ‘साइलेंट’ वार, पुलिस लाचार

रात के सन्नाटे में हत्यारों के ‘साइलेंट’ वार ने पटना पुलिस की लाचारगी की पोल खोल दी है। न राइफल और न ही कारबाइन, कारतूस या अन्य अत्याधुनिक असलहे। नये ट्रंड पर अपराधियों का खूनी सफर। न गोलियों की...

 रात में किलरों का ‘साइलेंट’ वार, पुलिस लाचार
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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रात के सन्नाटे में हत्यारों के ‘साइलेंट’ वार ने पटना पुलिस की लाचारगी की पोल खोल दी है। न राइफल और न ही कारबाइन, कारतूस या अन्य अत्याधुनिक असलहे। नये ट्रंड पर अपराधियों का खूनी सफर। न गोलियों की ठांय-ठांय और न लोगों की भगदड़। गड़ांसा, चाकू जैसे परंपरागत धारदार हथियार से चुपचाप कहर बरपा रहे अपराधियों की ओर से लगातार मिलती रक्तरंजित चुनौती का मुंहतोड़ जबाव देना पुलिस के लिए भी आसान नहीं लग रहा है।ड्ढr ड्ढr महज एक सप्ताह में राजधानी और आसपास के इलाके में नगर सचिव व डॉक्टर समेत नौ लोगों की हत्याएं इसी सच्चाई पर मुहर लगाती है। दूसरी तरफ पुलिस अभी तक सिर्फ खगौल में हुई डॉक्टर अजय कुमार सिन्हा के हत्यार (नौकर) को गिरफ्तार कर सकी है। बुद्धा कॉलोनी में वेटर की हत्या का मामला हो या फिर फुलवारीशरीफ थानांतर्गत हारूण नगर मुहल्ले में पटना नगर निगम के नगर सचिव सैयद मंजर आलम और उनकी पत्नी नसरीन जमाल की हत्या का। काफी मशक्कत करने के बावजूद इन मामलों की गुत्थी सुलझाने में पुलिस को अब तक कोई अहम कामयाबी नहीं मिल सकी है। गौर करने वाली बात यह भी है कि इनमें वेटर हत्याकांड को छोड़ अन्य सभी मामलों में आठ लोगों की हत्याएं भारी-वजनदार चीजों व धारदार हथियार से प्रहार करके की गई। वेटर की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर की लेकिन घटना को इतनी सफाई से अंजाम दिया कि फायरिंग की आवाज आसपास के लोग भी नहीं सुन पाये।ड्ढr ड्ढr महमदपुर में खुलेगा पुलिस पिकेटड्ढr पटना (का.सं.)। एक ही गांव में पांच लोगों की हत्या और तीन अन्य के घायल होने की खबर मिलने के बाद राजधानी में अणे मार्ग से लेकर राजनीतिक गलियारों तक चर्चाओं का बाजार गरमा गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अन्य डीएम के अलावा राज्य सरकार की ओर से सोमवार को ऊरा मंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। ऊर्जा मंत्री द्वारा गांव में पुलिस पिकेट खोलने और मृतकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दिए जाने की घोषणा के बाद लोग शांत हुए। इसके बाद दोपहर में पुलिस वहां से लाशों को अपने कब्जे में ले सकी। इधर पीड़ितों के आंसू पोछने सहकारिता मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद सी.पी. ठाकुर, सांसद रामकृपाल यादव, स्थानीय विधायक श्याम राक व दानापुर की विधायक आशा सिन्हा सहित कई राजनेताओ ने घटनास्थल का दौरा किया। पटना प्रक्षेत्र के आईाी सुनील कुमार ने भी महमदपुर पहुंच कर छानबीन की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। मौके पर मौजूद डी.एम. जितेन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा योजना के तहत मृतकों के दाह संस्कार के लिए तत्काल दस-दस हाार की राशि उनके परिानों को उपलब्ध कराई गई है।

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