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देवगौड़ा कल करेंगे फैसला, शिवसेना की बैठक आज

विश्वास मत पर सियासी बैठकों का दौर जारी है। जहां जेडी-एस नेता एचडी देवगौड़ा ने अपने फैसले को कल पर टालकर कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा दी हैं वहीं शिवसेना ने अपने रुख को लेकर भाजपा को लटका रखा है। उधर...

 देवगौड़ा कल करेंगे फैसला, शिवसेना की बैठक आज
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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विश्वास मत पर सियासी बैठकों का दौर जारी है। जहां जेडी-एस नेता एचडी देवगौड़ा ने अपने फैसले को कल पर टालकर कांग्रेस की धड़कनें बढ़ा दी हैं वहीं शिवसेना ने अपने रुख को लेकर भाजपा को लटका रखा है। उधर शिबू सोरेन इस ऊहापोह में हैं कि केंद्र में मंत्री बनें या झारखंड के मुख्यमंत्री। उधर इसी मसले पर शिवसेना की बैठक टल गई है। अब यह बैठक शनिवार को ही शाम आठ बजे होने की संभावना है। इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष उद्भव ठाकरे पार्टी का रुख तय करेंगे। गौरतलब है कि शिवसेना ने पिछले राष्ट्रपति चुनाव में मराठा गौरव के नाम पर संप्रग उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया गया था। हालांकि विश्वास मत के मसले पर उद्भव ठाकरे पहले ही यह संकेत दे चुके हैं कि उनकी पार्टी राजग के साथ होगी। शिवसेना सैद्धांतिक तौर पर एटमी करार का समर्थन करती है। तीन सांसदों वाली जेडी-एस ने विश्वास मत पर अपना रुख शनिवार को भी साफ नहीं किया है। जेडी-एस नेता देवगौड़ा ने कहा है कि वह कल इस मसले पर फैसला करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देवगौड़ा से संप्रग सरकार को समर्थन देने का आग्रह किया था। खबरों के मुताबिक लोकसभा में विपक्ष के नेता लालकृष्ण आडवाणी ने शिवसेन सुप्रीमो बाल ठाकरे से फोन पर बात कर उनका रुख टटोलने की कोशिश की। इस बीच संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी सांसदों को एकजुट रखने और जीत सुनिश्चित करने की कवायद के तहत पार्टी सांसदों से छोटे-छोटे जत्थों में बात कर रही हैं। एटमी करार पर सरकार से समर्थन वापस लेकर उसे गिराने की कवायद में जुटी माक्र्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) की केंद्रीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक नई दिल्ली में हो रही है। इस बैठक में पार्टी महासचिव प्रकाश करात समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए। इस बैठक में 22 जुलाई को संसद में विश्वास मत के दौरान पार्टी की रणनीति पर विचार किया जा रहा है। तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू लोकसभा में विश्वास मत के खिलाफ रणनीति तैयार करने के लिए शनिवार को बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती और वाम नेताआें से मिलेंगे। नायडू राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह और अन्य दलों के नेताआें से भी मिलेंगे। परमाणु समझौते पर प्रतिद्वंद्वी पार्टियों के अलग अलग रुख के चलते छोटे-छोटे दलों का महत्व अब बहुत बढ़ गया है। इस बीच विश्वास मत में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार को पछाड़ने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसद शनिवार रात नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी के निवास पर रात्रि भोज पर मिलेंगे।बहरहाल दोनों गठबंधन पांच सांसदों वाले झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को साधने में लगे हुए हैं। चर्चा है कि सरकार उन्हें कोयला मंत्री बनाने को तैयार हो गई है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती भी दिल्ली में डेरा डाल चुकी है। सरकार न बचे, इसके लिए वे समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों पर डोरे डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मायावती दिल्ली में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रमुख के. चन्द्रशेखर राव से शनिवार को मुलाकात करेंगी, तो राव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव एबी वर्धन से मिलेंगे। लोकसभा में टीआरएस के तीन सदस्य हैं। जनता दल-सेक्युलर (जेडी-एस) के सुप्रीमो व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा भी प्रधानमंत्री से मिलने वाले हैं। प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद वे अपनी पार्टी का रुख तय करेंगे।

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