घाटी में बंद, कई अलगाववादी नेता नजरबंद
श्रीनगर में प्रशासन ने शुक्रवार को कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया, जबकि बंद के कारण घाटी का जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त रहा। वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं, सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और...
श्रीनगर में प्रशासन ने शुक्रवार को कई अलगाववादी नेताओं को नजरबंद कर दिया, जबकि बंद के कारण घाटी का जनजीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त रहा। वरिष्ठ अलगाववादी नेताओं, सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारुक और शब्बीर अहमद शाह को प्रशासन ने उस समय नजरबंद कर दिया जब वे ‘संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह’ (यूएनएमओजी)’ के श्रीनगर स्थित मुख्यालय तक रैली निकालना चाहते थे। इन नेताओं ने घोषणा की थी कि वे यूएनएमओजी के मुख्यालय तक एक रैली निकाल कर वहां घाटी में कथित आर्थिक नाकेबंदी और जम्मू क्षेत्र में अल्पसंख्यकों के शोषण के खिलाफ ज्ञापन सौंपेंगे।इस बीच एक अन्य अलगाववादी नेता और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के अध्यक्ष मोहम्मद यासीन मलिक को सौरा मेडिकल इंस्टीटय़ूट के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। इस बीच श्रीनगर में सभी बाजार, शिक्षा संस्थान, बैंक शुक्रवार को बंद रहे और सार्वजनिक यातायात प्रभावित रहा। वाहनों के उपलब्ध नहीं होने की वजह से सरकारी कार्यालयों में भी नाममात्र की उपस्थिति रही। प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में बंद के कारण जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया, हालांकि किसी अप्रिय घटना के समाचार नहीं हैं। उत्तरी कश्मीर के बारामूला, बांदीपुरा, कुपवाड़ा और गांदेरबल जिलों में भी बाजार बंद रहे।