विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता जांचेगी यूजीसी टीम
नेशनल एक्रेडिटेशन असेसमेंट कौंसिल (नैक) ने सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में 70 फीसदी विश्वविद्यालयों सहितीसदी कालेजों को शैक्षिक गुणवता के नजरिये से कमजोर माना है। नैक के आकलन के अनुसार सिर्फ नौ फीसदी...
नेशनल एक्रेडिटेशन असेसमेंट कौंसिल (नैक) ने सरकार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में 70 फीसदी विश्वविद्यालयों सहितीसदी कालेजों को शैक्षिक गुणवता के नजरिये से कमजोर माना है। नैक के आकलन के अनुसार सिर्फ नौ फीसदी कालेज और 31 फीसदी विश्वविद्यालयों को ए श्रेणी का दर्जा प्राप्त है। उसने शेष को बी और सी श्रेणी का संस्थान बताया हैं। देश में कुल 378 विश्वविद्यालय और 18,064 कालेज हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत संचालित नैक विश्वविद्यालीय शिक्षा की गुणवता पर नजर रखने वाला प्रभावकारी संगठन है। शैक्षिक गुणवत्ता की समीक्षा के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सभी विश्वविद्यालयों की आंतरिक मॉनिटरिंग और मूल्यांकन के लिए समिति गठित करने का निर्देश दिया है। इसके लिए यूजीसी प्रत्येक विश्वविद्यालयों को 10-15 लाख रुपये की सहायता देगा। प्रस्तावित समिति पाठ्यक्रमों के अलावा शिक्षण की गुणवता, छात्रों के परफार्मेंस, अनुसंधान और प्रकाशन की समीक्षा करगी। केंद्रीय स्तर पर यह काम नैक करता है। यूजीसी अध्यक्ष प्रोफेसर सुखदेव थोरट ने नैक की आकलन रिपोर्ट का हवाला देते हुए माना कि बड़ी संख्या में विश्वविद्यालयों और कालेजों की शैक्षिक गुणवत्ता अपेक्षा के अनुरूप नहीं हैं, लिहाजा यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों से आंतरिक समीक्षा करने को कहा है। उनका मानना है कि इससे शैक्षिक गुणवत्ता का समुचित आकलन करने में मदद मिलने के साथ मौजूद कमियों में सुधार के उपाय तलाशे जा सकेंगे।ं