रीसैट-2 की तैयारियां पूरी, उल्टी गिनती शुरू
इसरो और इजरायल के सहयोग से निर्मित राडार इमेजिंग उपग्रह (रिसैट-2) और इससे जुड़े लघु उपग्रह अनुसैट के सोमवार को श्रीहरिकोटा से सुबह पौने सात बजे पर प्रक्षेपण की तैयारियां पूरी हो गईं हैं। भारतीय...
इसरो और इजरायल के सहयोग से निर्मित राडार इमेजिंग उपग्रह (रिसैट-2) और इससे जुड़े लघु उपग्रह अनुसैट के सोमवार को श्रीहरिकोटा से सुबह पौने सात बजे पर प्रक्षेपण की तैयारियां पूरी हो गईं हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और इजरायल के सहयोग से निर्मित राडार इमेजिंग उपग्रह (रिसैट-2) और इससे जुड़े लघु उपग्रह अनुसैट के सोमवार को श्रीहरिकोटा से सुबह पौने सात बजे पर प्रक्षेपण किया जाएगा। इसरो सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह छह बजकर पैंतालिस मिनट से उपग्रह की शुरू हुई उल्टी गिनती बिना किसी रूकावट के जारी है। तीन सौ किलोग्राम के रीसैट-2 उपग्रह के साथ जुड़े चेन्नई के अन्ना विश्वविद्यालय के बनाए चालीस किलोग्राम के अनुसैट उपग्रह को श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 44 मीटर लंबे और 230 टन वजनी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी 12) के द्वारा प्रक्षेपित किया जाएगा। उपग्रह की परिक्रमा परिधि धरती से 550 किलोमीटर दूर 41 डिग्री के झुकाव पर होगी। इससे पहले पीएसएलवी ने सफलतापूर्वक चंद्रयान-1 को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया था जो अपनी कक्षा से चंद्रमा की जानकारी भेज रहा है रीसैट-2 बाढ़ और भू.स्खलन जैसी आपदाआें तथा सीमा पर घुसपैठ की तस्वीरें भेज सकेगा। इसके अलावा हर मौसम में रात तथा मानसून की भी तस्वीरें इस उपग्रह से प्राप्त की जा सकेंगी।