मुजफ्फरपुर और भागलपुर में खुलेगा फूड पार्क : नागमणि
कृषि मंत्री नागमणि ने कहा है कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का जाल बिछाया जाएगा। इस मकसद से मुजफ्फरपुर व भागलपुर में ‘फूड पार्क’ विकसित होगा। इस पर लगभग सोलह सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। फूड...
कृषि मंत्री नागमणि ने कहा है कि राज्य में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का जाल बिछाया जाएगा। इस मकसद से मुजफ्फरपुर व भागलपुर में ‘फूड पार्क’ विकसित होगा। इस पर लगभग सोलह सौ करोड़ रुपए खर्च होंगे। फूड पार्क में उद्यमी खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाएं इसके लिए दो से तीन महीने में आधारभूत संरचना विकति की जाएंगी।ड्ढr उद्यमियों की सुविधा के लिए जमीन, बिजली, पानी व सौ किलोमीटर की परिधि में बेहतर सड़क बनायी जाएगी। साथ ही किसानों को जागरूक करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों को हफ्ते में एक बार प्रखंडों में भेजा जाएगा। उन्होंने किसान सम्मान योजना में शिकायतों को देखते हुए इसे और पारदर्शी बनाने की भी घोषणा की है। इस वर्ष 15 अगस्त को किसान सम्मान नहीं दिया जाएगा।ड्ढr ड्ढr ड्ढr कृषि मंत्री ने मंगलवार को विद्यापति भवन में सामाजिक संस्था हितार्थ द्वारा मशरूम व वर्मी कंपोस्ट पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए उक्त घोषणाएं की। मंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा कृषि पर अगले चार सालों के दौरान छह हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च होंगे। सूबे का विकास खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना से होगा। चिंता की बात है कि आम लोग व किसानों को सरकार की कृषि नीतियों की जानकारी नहीं के बराबर है। लोगों को पता नहीं कि सरकार किन-किन चीजों पर सब्सिडी देती है। उन्होंने मशरूम की खेती करने की सलाह दे हुए कहा कि मशरूम की खेती पर भी सरकार 25 फीसदी व वर्मी कंपोस्ट के लिए 30 हजार रुपए की सब्सिडी दे रही है। कृषि वैज्ञानिक व किसान आयोग के सदय् डा.पीएन झा ने कहा कि मशरूम की खेती काफी लाभदायक है। इसके लिए प्रशिक्षण भी बहुत जरूरी है। मशरूम की काफी मांग है। इस अवसरपर चंद्रशेखर, पीके द्विवेदी, जावेद आलम, डा.विनीता रानी, जदयू नेता सुभाष शर्मा आदि भी उपस्थित थे।