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कोड़ा को मनायेंगे, गुरुचाी को लायेंगे

झारखंड में सत्ता की राजनीति पर छायी धुंध कुछ-कुछ छंटने लगी है। यूपीए नेतृत्व को यकीन है कि कोड़ा सरकार से झामुमो की समर्थन वापसी के बाद राज्य में व्याप्त राजनीतिक अनिश्चितता जल्द ही खत्म हो जायेगी।...

 कोड़ा को मनायेंगे, गुरुचाी को लायेंगे
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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झारखंड में सत्ता की राजनीति पर छायी धुंध कुछ-कुछ छंटने लगी है। यूपीए नेतृत्व को यकीन है कि कोड़ा सरकार से झामुमो की समर्थन वापसी के बाद राज्य में व्याप्त राजनीतिक अनिश्चितता जल्द ही खत्म हो जायेगी। इस बीच झामुमो सुप्रीमो लाव-लश्कर के साथ बुधवार को दिल्ली पहुंचे। उनके साथ राज्य के शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की और भाजपा के दो बागी विधायक विष्णु भैया और मनोहर टेकरीवाल भी आये हैं। इधर झामुमो के पक्ष में कांग्रेस के खुलकर आने से गुरुाी का हाथ मजबूत हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी गुरुवार तक अपना स्टैंड झामुमो के पक्ष में क्लीयर कर देंगे। हालांकि अब भी थोड़ी बहुत अड़चन है। सूत्र बताते है कि अगर निर्दलीय विधायकों में कोई तीन भी इंटैक्ट रह गये तो, राजनीतिक अनिश्चितता फिर जस की तस ही बनी रह जायेगीड्ढr सूत्रों के मुताबिक यूपीए नेताओं ने सबके साथ मिल-बैठकर मामला सुलझा लेने का फामरूला तैयार किया है। शिबू की गुरुवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की संभावना है। देर रात मिली सूचना के मुताबिक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को दिल्ली बुलाकर बातचीत करंगे और उन्हें इस्तीफा देने के लिए राजी करने का प्रयास करंगे। इससे सदन में यूपीए की किरकिरी की नौबत नहीं आयेगी। अगले 24 घंटे के अंदर कोड़ा को दिल्ली बुला कर सब कुछ सेटल कर लेने की योजना है, लेकिन यह सब कोड़ा की सहमति पर ही संभव है। निर्दलीय खेमे से मिल रही सूचना के मुताबिक वे भी यूपीए नेताओं के साथ मिल-बैठ कर सम्मानजनक समझौता चाहते हैं। अब देखना यह है कि मधु कोड़ा दिल्ली कब जाते हैं और वहां से लौट कर कितनी जल्दी शिबू सोरन के लिए कुर्सी छोड़ते हैं। यह सब कुछ 25 अगस्त के पहले ही हो जाना है। श्री सोरन ने भी उम्मीद जाहिर की कि यूपीए समर्थक दल उन्हें धोखा नहीं देंगे। लेकिन बुधवार रात तक चार निर्दलीय किसी भी कीमत पर शिबू के साथ जाने को तैयार नहीं हैं। यूपीए नेतृत्व के कहने पर कोड़ा, स्टीफन मरांडी और दो अन्य मंत्री इस्तीफा तो दे देंगे, लेकिन आलाकमान से हाथ भी जोड़ लेंगे। कांग्रेस चट्टान की तरह शिबू के साथ: बलमुचू रांची। झारखंड कांग्रेस के सह प्रभारी अब्दुल मन्नान और प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू ने कहा है कि पार्टी झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरन के पक्ष में चट्टान की तरह खड़ी रहेगी। कांग्रेस का रुख बिल्कुल साफ है। वह चाहती है कि राज्य का नेतृत्व झामुमो के हाथ में रहे। नये सीएम के नेतृत्व में ही विकास संभव है। नेताद्वय 20 अगस्त को यहां प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विस के फ्लोर पर और बाहर कांग्रेस हर हाल में झामुमो के साथ होगी। गुरुाी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए यूपीए के घटक दलों और निर्दलीयों से भी बात की जायेगी। कांग्रेस शिबू के साथ है, तो कोड़ा से इस्तीफा क्यों नहीं मांगती? इस पर दोनों नेताओं ने कहा कि कोड़ा को स्वयं पद छोड़ देना चाहिए। यूपीए की दो बड़ी पार्टियों झामुमो और कांग्रेस ने जब स्पष्ट कर दिया है कि वे कोड़ा के साथ नहीं हैं, तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। यदि फ्लोर पर वे शक्ित परीक्षण करते हैं, तो कांग्रेस उनके विरोध में वोट करगी। मन्नान ने कहा कि शिबू के पक्ष में निर्दलीयों को मनाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जाने को तैयार है। एक-दो दिन में राजद का स्टैंड भी क्लीयर हो जायेगा।

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