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इस वर्ष झारखंड में मतदान का प्रतिशत गिरा

झारखंड में नक्सली हिंसा मतदान बहिष्कर और मौसम अनुकुल नहीं रहने के कारण प्रथम और दूसरे चरण के चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार वोट कम पड़े।ड्ढr प्रथम चरण के चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ...

 इस वर्ष झारखंड में मतदान का प्रतिशत गिरा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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झारखंड में नक्सली हिंसा मतदान बहिष्कर और मौसम अनुकुल नहीं रहने के कारण प्रथम और दूसरे चरण के चुनाव में पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार वोट कम पड़े।ड्ढr प्रथम चरण के चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ और अंतिम चरण के चुनाव में 47 प्रतिशत मतदान हुआ। राय में सबसे अधिक मतदान सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में 54 प्रतिश्त मतदान हुआ जबकि सबसे कम राजमहल संसदीय क्षेत्र में 40 फीसदी मतदान हुआ।ड्ढr ड्ढr झारखंड में वर्ष 2004 में हुए लोकसभा के चुनाव में सबसे कम 4प्रतिशत मतदान खूंटी संसदीय क्षेत्र में हुआ था जबकि सबसे अधिक 62.0ीसदी मतदान गोड्डा संसदीय क्षेत्र में हुआ था। झारखंड में दो चरणों में लोकसभा का चुनाव हुए। राय के उग्रवाद प्रभावित खूंटी चतरा, लोहरदगा, हजारीबाग, पलामू और कोडरमा संसदीय क्षेत्र में 16 अप्रैल को प्रथम चरण का मतदान समाप्त हुआ। जबकि दूसरे और अंतिम चरण का मतदान रांची, राजमहल, जमशेदपुर, सिंहभूम, गिरिडीह,धनबाद, गोड्डा और दुमका संसदीय क्षेत्र में 23 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ। उग्रवाद प्रभावित चतरा संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 के लोकसभा के चुनाव में 44.51 प्रतिशत मतदाताआे ने अपने मतधिकार का प्रयोग किया जबकि इस बर यह बढ़कर 48 फीसदी हो गया।ड्ढr ड्ढr खूंटी संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 में 4प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस बार नौ लाख 72 हजार 174 मतदताआें में से 47 प्रतिशत मतदाताआें ने वोट डाला। इस संसदीय क्षेत्र में नौ उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। लोहरदगा में वर्ष 2004 में 51.54 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस बार के चुनाव में 51 प्रतिशत मतदान हुआ। इस संसदीय क्षेत्र में नौ लाख 75 हजार 85 मतदाता और 15 उम्मीदवार थे। हजारीबाग संसदीय क्षेत्र में पिछले बार 5प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस वर्ष 200े चुनाव में 50 प्रतिशत मतदान हुआ। इस क्षेत्र में 13 उम्मीदवार चुनाव मैदन में थे और 12 लाख 74 हजार 27मतदाता थे।ड्ढr ड्ढr पलामू संसदीय क्षेत्र में पिछले बर 4प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस बार यह घटकर 46 फीसदी ही रह गया। इस संसदीय क्षेत्र में 14 लाख 16 हजार 727 मतदाता थे। कोडरमा संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 में हुए लोकसभा के चुनाव में 61.12 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस बार 53 प्रतिशत मतदान हुआ। इस संसदीय क्षेत्र में 16 उम्मीदवार और 13 लाख 87 हजार मतदाता थे। रांची संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 में 50.45 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि इस वर्ष मात्र 45 प्रतिशत मतदान हुआ। इस संसदीय क्षेत्र में 16 लाख 31 हजार 178 मतदाता और 26 प्रत्याशी थे। राजमहल संसदीय क्षेत्र में पिछले वष्र 64.47 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस वार मात्र 40 प्रतिश्त मतदान हुआ। इस संसदीय क्षेत्र में 11 लाख 67 हजार 584 मतदाता अैर 12 उम्मीदवार थे। जमशेदपुर संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 के लोकसभा के चुनाव में 56.5प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस बार 52 प्रतिशत मतदाताआें ने ही वोट डालने का काम किया। इस संसदीय क्षेत्र में 13 लाख 7हजार 643 मतदाता और 26 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। सिंहभूम संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 के चुनाव में 56.56 प्रतिश्त मतदान हुआ था लेकिन इस बार यह घटकर 54 पतिशत रह गया। इस संसदीय क्षेत्र में नौ और नौ लाख 56 हजार 877 मतदाता हैं। गिरिडीह संसदीय क्षेत्र में वर्ष 2004 में 54.42 प्रतिशत मतदान हुआ जबकि इस बार 45 प्रतिश्त मतदाताआें ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। इस संसदीय क्षेत्र में 17 उम्मीदवार और 13 लाख 46 हजार 320 मतदाता हैं। धनबाद संसदीय क्षेत्र में पिछले लोकसभा के चुनव में 53.83 प्रतिशत मतदान हुअ था जो इस बार घटकर 48 प्रतिशत रह गया। इस संसदीय क्षेत्र में सबसे अधिक 32 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। इस क्षेत्र में 17 लाख हजर 0 मतदाता हैं। गोड्डा संसदीय क्षेत्र में पिछले चुनाव में 62.0प्रतिशत मतदाता वोट डाले थे लेकिन इस बार मात्र 52 प्रतिशत ही मतदान हुए। इस संसदीय क्षेत्र में 1उम्मीदवार अैर 14 लाख 11 हजार 830 मतदाता हैं। दुमका संसदीय क्षेत्र में पिछले लोकसभा के चुनाव में 57.51 मतदान हुआ जबकि इस बार यह घटकर 43 फीसदी रह गया। इस संसदीय क्षेत्र में 12 उम्मीदवार और 11 लाख 27 हजार मतदाता थे। उल्लेखनीय है कि झरखंड के प्रथम चरण के चुनाव के दौरान 10 सुरक्षाकर्मी समेत 17 लोग मारे गए थे। कई जगहों पर केन बम भी बरामद हुआ था। दूसरे और अंतिम चरण के चुनाव में राय के कइ्र मतदन केन्द्रों पर नक्सलियों और गा्रमीणों द्वारा वोट बहिष्कार भी किया गया था। मौसम भी साथ नहीं दिया जिसके कारण कई मतदाता वोट डालने के लिए मतदान केन्द्रों पर नहीं गए।

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