सॉफ्टवेयर निर्यात पर छाया खतरा टला
अमेरिकी प्रशासन की ओर से प्रस्तावित 700 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेा को मंजूरी मिलने और यूरोपीय बैंकों की ओर से भारी निवेश के बाद घरलू सॉफ्टवेयर निर्यात और बिजनेस प्रोसेस आउटसोसिंग यानी बीपीओ उद्योग...
अमेरिकी प्रशासन की ओर से प्रस्तावित 700 अरब डॉलर के प्रोत्साहन पैकेा को मंजूरी मिलने और यूरोपीय बैंकों की ओर से भारी निवेश के बाद घरलू सॉफ्टवेयर निर्यात और बिजनेस प्रोसेस आउटसोसिंग यानी बीपीओ उद्योग पर छाये संकट के बादलों का छंटना तय माना जा रहा है। दरअसल देश के कुल सॉफ्टवेयर निर्यात का आधे से अधिक अमेरिका को होता है जबकि कुल सॉफ्टवेयर निर्यात में यूरोप की हिस्सेदारी लगभग 30 फीसदी की है। अमेरिकी और यूरोपीय वित्तीय कंपनियों और उनके लिए काम करने वाली अन्य संबंधित कंपनियों की हालत खराब होने से सॉफ्टवेयर निर्यात प्रभावित होना तय माना जा रहा था। लेकिन अब स्थितियों ने करवट ली है। नासकॉम की उपाध्यक्ष संगीता गुप्ता के मुताबिक प्रोत्साहन पैकेा का सकारात्मक असर घरलू आईटी व बीपीओ उद्योग पर पड़ना तय है क्योंकि इस पैकेा के बाद वहां की कंपनियां अपने वित्तीय पुनर्गठन और लॉजिटिक्स पर ज्यादा ध्यान देंगी और नये बिजनेस मॉडल अपनाएंगी।