इंजीनियरिंग महकमा में होगा फेरबदलइंजीनियरिंग महकमा में होगा फेरबदल
भनक लगते ही दरबारी -लॉबिंग तेजपथ निर्माण विभाग में इंजीनियरों की ट्रांसफर- पोस्टिंग की तैयारी चल रही है। इसकी भनक लगते है वक्र्स विभागों में हलचल तेज हो गयी है। दरअसल पथ निर्माण ही आरइओ , ग्रामीण...
भनक लगते ही दरबारी -लॉबिंग तेजपथ निर्माण विभाग में इंजीनियरों की ट्रांसफर- पोस्टिंग की तैयारी चल रही है। इसकी भनक लगते है वक्र्स विभागों में हलचल तेज हो गयी है। दरअसल पथ निर्माण ही आरइओ , ग्रामीण विकास तथा भवन निर्माण का पैतृक विभाग है। आला स्तर पर भी कई चेहरों के इधर से उधर होने के संकेत मिल रहे हैं। लिहाजा इंजीनियर तेजी से दरबारी और लॉबिंग करने में लगे हैं। हाारीबाग, दुमका, पलामू में एसइ तथा भवन निर्माण में इंजीनियर इन चीफ के पद खाली हैं। इसके अलावा कई इंजीनियर पोस्टिंग के इंतजार में हैं।ड्ढr शिबू सोरन की सरकार में ऊपरी स्तर पर पहली बार ट्रांसफर-पोस्टिंग की प्रक्रिया शुरू की गयी है। इंजीनियर गारंटी वाला जुगाड़ खोजने में लगे हैं। खास बात यह कि स्थापना कमेटी के कई सदस्यों को पता भी नहीं है और विभाग में नाम -पता तय हो रहा है। चर्चा जोर है कि चीफ इंजीनियर तथा इंजीनियर इन चीफ की कुर्सी भी बदली जायेगी। वैसे सब कुछ सरकार के स्तर पर ही तय होना है, लेकिन प्रस्ताव में नाम जुड़वाने में कई इंजीनियर जुटे हैं। सत्ता शीर्ष से लेकर नौकरशाही में लग्गी लगाने में जुटे हैं इंजीनियर। मुख्यालय के भी कुछ एक इंजीनियर हाथ- पांव मार रहे हैं। कुछ इस वजह परेशान हैं कि कहीं उनकी जगह न छिन जाये।ड्ढr आला अफसरों तक पहुंच रखने वाले कुछ इंजीनियर भी लॉबिंग में लगे हैं। अब अधिसूचना जारी होने के बाद ही साफ हो पायेगा कि किसकी गोटी सेट हो गयी। हाारीबाग, दुमका तथा पलामू का एसइ बनने के लिए आधा दर्जन से अधिक इंजीनियर ताक लगाये हैं। हाल ही में विभाग ने चार इंजीनियरों को इस कारण शो कॉज दिया है कि उन्होंने ट्रांसफर के लिए बाहर से पैरवी करायी है।