एमसीडी चुनावः तीन चौथाई उम्मीदवारों जमानत जब्त
हालिया दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे करीब तीन चौथाई उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस मामले में निर्दलीय शीर्ष पर रहे। गत 15 अप्रैल को तीन नए दिल्ली...
हालिया दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे करीब तीन चौथाई उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इस मामले में निर्दलीय शीर्ष पर रहे।
गत 15 अप्रैल को तीन नए दिल्ली नगर निगमों के लिए हुए चुनाव में मैदान में उतरे 2423 उम्मीदवारों में से 1783 उम्मीदवार जमानत बचाने के लिए जितने न्यूनतम मतों की आवश्यकता होती है, उतना भी हासिल करने में सफल नहीं हो सके।
न सिर्फ निर्दलियों ने अपनी जमानत गंवाई बल्कि भाजपा और कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टियों के उम्मीदवारों की भी जमानत जब्त हुई। कांग्रेस के 271 में से 26 उम्मीदवारों ने अपनी जमानत गंवाई जबकि भाजपा के 18 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। भाजपा ने तीन नगर निगमों की सभी 272 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे।
नगर निगम चुनाव में मैदान में उतरे 1174 निर्दलीय उम्मीदवारों में से सिर्फ 54 अपनी जमानत बचा सके। शेष 1120 निर्दलीय उम्मीदवारों को अपनी जमानत राशि गंवानी पड़ी।
बसपा के 203 उम्मीदवारों ने अपनी जमानत गंवाई।
वहीं सपा के उम्मीवार सिर्फ छह वार्डों में जमानत बचाने के लिए न्यूनतम मत हासिल करने में कामयाब रहे। पार्टी ने 107 वार्डों में चुनाव लड़ा था। उसे दो वार्डों में जीत मिली और 101 वार्डों में उसकी जमानत जब्त हो गई।
एमएल, शिवसेना, जद एस, फॉरवार्ड ब्लॉक और भाकपा ने क्रमश: 3, 16, 13, 9 और 18 वार्डों में अपनी जमानत गंवाई। इन पार्टियों ने जितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे उनमें से सब पर उनकी जमानत जब्त हो गई।
माकपा ने आठ वार्डों में चुनाव लड़ा था जिसमें से सात पर उसे अपनी जमानत गंवानी पड़ी।