जालंधर फैक्टरी दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 14
बिहार के गोपालगंज जिले से परिवारिक परिस्थितियों के कारण स्कूली पढ़ाई छोड़कर रोजी रोटी की तलाश में तीन साल से कंबल के कारखाने में काम करने वाले नीतेश को जमींदोज हुई इमारत के मलबे से सेना ने 73 घंटे के...
बिहार के गोपालगंज जिले से परिवारिक परिस्थितियों के कारण स्कूली पढ़ाई छोड़कर रोजी रोटी की तलाश में तीन साल से कंबल के कारखाने में काम करने वाले नीतेश को जमींदोज हुई इमारत के मलबे से सेना ने 73 घंटे के बाद गुरुवार को जिंदा और सुरक्षित निकाल लिया। इस हादसे में अबतक 14 लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन चार की पुष्टि नहीं हो सकी है।
धराशायी हुई तीन मंजिली इमारत के मलबे में जहां राहत और बचावकर्मियों को किसी के जिंदा होने की उम्मीद धूमिल पड़ने लगी थी, ऐसे में सेना ने एनडीआरएफ की मदद से नीतेश को बाहर निकाला जो चमत्कार से कम नहीं है।
दूसरी ओर जिलाधिकारी प्रियांक भारती ने बताया कि अभी तक दस शव को निकाल लिया गया है। मलबे में फंसे चार और शव दिखाई दे रहे हैं उसे अभी तक निकाला नहीं गया है। जब तक उन्हें निकाला नहीं जाता तबतक उनके मरने की पुष्टि नहीं हो सकती है। इसमें अब तक 62 को जिंदा बचा लिया गया है।