डाउ पर दोहरा मानदंड अपनाना बंद करे सरकार: आईओए
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को डाउ केमिकल्स के ओलंपिक खेलों के प्रायोजन का लेकर दोहरा मापदंड अपनाने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि खेल मंत्रालय की लंदन ओलंपिक का बहिष्कार करने की...
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने सोमवार को डाउ केमिकल्स के ओलंपिक खेलों के प्रायोजन का लेकर दोहरा मापदंड अपनाने के लिए सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि खेल मंत्रालय की लंदन ओलंपिक का बहिष्कार करने की योजना के गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
खेल मंत्री अजय माकन ने कल कहा था कि यदि अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) डाउ केमिकल्स को लंदन ओलंपिक के प्रायोजक से हटाने से इन्कार करती है तो इन खेलों का बहिष्कार करना है या नहीं इसका फैसला करने में खिलाड़ी अहम भूमिका निभाएंगे।
आईओए ने हालांकि सरकार से अपना रवैया साफ करने के लिए कहा है क्योंकि एक तरफ तो वह खेलों के बहिष्कार की बात कर रही है और दूसरी तरफ कृषि मंत्रालय सेमीनार का आयोजन कर रहा है जिसका प्रायोजक डाउ है।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष विजय कुमार मल्होत्रा ने कहा कि सरकार का दोहरा मापदंड अधिक परेशानी खड़ी कर रहा है और हमारा मामला आगे कमजोर कर रहा है। एक तरफ वह चाहती हे कि डाउ केमिकल्स को खेलों के प्रायोजक से हटा दिया जाए और दूसरी तरफ कृषि मंत्रालय के अधीन आने वाले भारतीय कृषि शोध परिषद (आईसीएआर) ने पिछले महीने सेमीनार आयोजित किया था जिसे डाउ ने प्रायोजित किया था।
उन्होंने कहा कि मैं खेल मंत्रालय के रवैये से हैरान हूं। आईओए जहां इस मसले पर उससे सहयोग करना चाहता है वहीं वे राजनीति कर रहे हैं। आखिर वे हमारे पत्रों का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।
मल्होत्रा ने कहा कि खेल मंत्रालय मीडिया में कुछ बातों को लीक करके परेशानी खड़ी कर रहा है। आईओसी चार्टर इस मसले पर बहुत स्पष्ट और कड़ा है। चयनित बहिष्कार के गंभीर परिणाम हो सकते हैं और उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
आईओए को विदेशों से इस मसले कई सवाल पूछे जा रहे हैं और वे ये भी जानना चाहते हैं, भारत सरकार डाउ केमिकल्स के खिलाफ क्या कार्रवाई कर रही है जो भारत में बड़े स्तर पर काम कर रही है।
मल्होत्रा ने कहा कि यह बेहद संवेदनशील मसला है और सरकार को इस पर फैसला करना चाहिए। हमने इस मसले पर खेल मंत्रालय को चार पत्र लिखे थे लेकिन अभी तक हमें कोई जवाब नहीं मिला है। सरकारी अधिकारी भी डाउ के प्रायोजन को लेकर लंदन खेलों के उद्घाटन और समापन समारोह के बहिष्कार पर विचार कर रहे हैं और आईओए ने कहा कि उसे इन योजनाओं के बारे में कोई पता नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब खेलों में केवल पांच महीने का समय बचा है और ऐसे में भ्रम की यह स्थिति सही नहीं है। इससे खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की तैयारियों पर असर पड़ रहा है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओसी ने आईओए को पत्र लिखा था जिसे खेल मंत्रालय को भेज दिया गया था। उन्होंने कहा कि हमें मीडिया के जरिये पता चला कि खेल मंत्रालय ने आईओसी को उस पत्र का जवाब लिखा है।