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पुराने लखनऊ में चिकनगुनिया की पुष्टि

ार्यालय संवाददाता लखनऊपुराने लखनऊ में चिकनगुनिया के फैलने की पुष्टि हो गई है। कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने चौक और अशर्फाबाद सेोो 20 नमूनेोाँच के लिए रीानल डायग्नोस्टिक लैब ोो थे उसमें से सात में...

 पुराने लखनऊ में चिकनगुनिया की पुष्टि
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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ार्यालय संवाददाता लखनऊपुराने लखनऊ में चिकनगुनिया के फैलने की पुष्टि हो गई है। कुछ दिन पहले स्वास्थ्य विभाग ने चौक और अशर्फाबाद सेोो 20 नमूनेोाँच के लिए रीानल डायग्नोस्टिक लैब ोो थे उसमें से सात में चिकनगुनिया निकला। इसके बावाूद इन इलाकों में न तो फागिंग कराई गई और न ही दूसरी निरोधात्मक कार्रवाई हुई। फिलहाल पुराने लखनऊ कीोो रिपोर्ट है उसके अनुसार यहाँ सैकड़ों लोग चिकनगुनिया से पीड़ित हो सकते हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा बाकी मामलों मेंोाँच न कराएोाने से इसका खुलासा नहीं हो रहा। इसका सबूतोिला मलेरिया यूनिट की इसी लापरवाही से मिल सकता है कि चौक के सोंधी टोला इलाके में मरीाों के रक्त की केवल मलेरियाोाँच ही कराई गई।ड्ढr स्वास्थ्य विभाग ने पुराने लखनऊ के अशर्फाबाद और चौक इलाके से 20 बुखार पीड़ितों के रक्त के नमूनेोाँच के लिए लैब ोो थे।ोाँच रिपोर्ट बताती है कि सात लोगों में चिकनगुनिया की पुष्टि हो गई। यानी 35 प्रतिशत बुखार के मरीाों में चिकनगुनिया पाया गया है। दरअसल चिकनगुनिया की पहचान एलाक्षा और पीसीआरोाँच से ही संभव है। स्वास्थ्य विभाग नेोब 20 लोगों के रक्त की रिपोर्ट देखी तो विभाग में हड़कम्प मच गया। चिकनगुनिया का वायरस डेंगू से भी कई मामलों में खतरनाक है। इससे मरीा स्थाई तौर पर विकलांग भी हो सकता है। बड़े पैमाने पर बीमारी फैलने की आशंका के बावाूद स्वास्थ्य विभाग ने रक्तोाँच में वह तेाी नहीं बरतीोो होनी चाहिए थी। सोंधी टोला में चिकनगुनिया के मिलते-ाुलते शत-प्रतिशत 12 मरीाों की केवल मलेरियाोाँच कराई गई।ोिला मलेरिया अधिकारी यह मानने को ही तैयार नहीं कि मरीाों में चिकनगुनिया के लक्षण थे। चिकनगुनिया से संबंधित यह रिपोर्ट नगर निगम को भी ोी गई लेकिन विभाग ने कहीं पर भी फागिंग कराने की आवश्यकता नहीं समझी। फिािशियन डॉ. एके शुक्ला का कहना है कि चिकनगुनिया मच्छर से फैलता है। एक भी मामला सामने आने पर आसपास के पूर इलाके मेंोबरदस्त फागिंग की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन सात मामले सामने आने के बाद मलेरिया यूनिट ने मामला दबाने के उद्देश्य से आगे किसी की एलाक्षाोाँच ही नहीं कराई।ोबकि हकीकत में पुराने लखनऊ के निाी चिकित्सक र्दानों लोगों में चिकनगुनिया की पुष्टि कर चुके हैं। वहीं सीएमओ डॉ. एके शुक्ला का कहना है कि किसी स्तर पर यदिोाँच में लापरवाही की बात सामने आती है तो वह कार्रवाई करंगे।ड्ढr

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