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Hindi News विवाद सुलझाने के लिए कमेटी बनी थी, पर नहीं मिली सफलता

विवाद सुलझाने के लिए कमेटी बनी थी, पर नहीं मिली सफलता

साहेर गांव के कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण कार्य को लेकर पहले से ही विवाद रहा है। वर्ष 2006 में कल्याण विभाग ने 14.66 लाख कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण के लिए आवंटित किये थे। काम का दायित्व...

 विवाद सुलझाने के लिए कमेटी बनी थी, पर नहीं मिली सफलता
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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साहेर गांव के कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण कार्य को लेकर पहले से ही विवाद रहा है। वर्ष 2006 में कल्याण विभाग ने 14.66 लाख कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण के लिए आवंटित किये थे। काम का दायित्व सहायक अभियंता ओमप्रकाश सिंह को दिया गया। उन्होंने काम की देखरख का जिम्मा साहेर गांव के उस्मान अंसारी और मनान अंसारी को दिया। दोनों ने काम शुरू भी कर दिया, पर कुछ लोगों ने यह कह कर काम रोक दिया कि ओमप्रकाश सिंह ने उन्हें काम कराने का आदेश दिया है। तत्कालीन नगड़ी ओपी प्रभारी अशोक कुमार ने काम बंद करने का आदेश दिया। विवाद सुलझाने के लिए ग्रामीणों ने कई बैठकें कीं, लेकिन विवाद नहीं सुलझा। अंत में दोनों पक्षों की एक कमेटी बनी। इसमें उस्मान अंसारी, अब्दुल मन्नान अंसारी, शमीम अंसारी, नसीम अंसारी, इकबाल अंसारी, रयाजुद्दीन अंसारी, कादिर अंसारी शामिल थे। कमेटी की देखरख में काम शुरू हुआ, परंतु कुछ दिन काम चलने के बाद कमेटी के लोगों में फिर विवाद हो गया। बाद में एनआरइपी-1 के तत्कालीन सहायक अभियंता दीपक कुमार ने लिखित रूप में उस्मान अंसारी और अब्दुल मन्नान की देखरख कर नापी के आधार पर काम शुरू कराया ही था कि शनिवार को यह घटना हो गयी। इधर अनवर, सज्जाद, अमानत, हैदर अंसारी आदि का कहना था कि काम कराने का आदेश उन्हें मिला है। काम वे ही करायेंगे।जान बचा कर भागेरांची। बाउंड्री निर्माण में लगे राज मिस्त्री हैदर अली ने कहा कि कादिर, उस्मान अंसारी, मनान, हसुन, सज्जाद, हबीब, ललन, मोबिन और कई गांव के लोग हरवे-हथियार से लेैस होकर पहुंचे और मजदूरों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसमें मकबूल अंसारी, अमानत अंसारी, अजीत अंसारी जान बचा कर भागे। इनमें से कई घायल हैं और रिम्स में भरती हैं। घायल एजाज अंसारी ने बताया कि वह सुबह में अपने पिता के साथ काम करने पहुंचा था, तभी कुछ लोगों ने हमला कर दिया। उसके पिता कादिर की तलवार से हाथ काट दिया। जहेरा खातून ने बताया कि कुछ महिलाओं ने उनके घर आकर उसके साथ मारपीट की। अंजुमन इसलामिया के पूर्व सदर अनवर अंसारी का कहना है कि मारपीट का कारण पैसा कमाना है। दिसंबर में रांची आयेगी बालिका वधूआनंदी बहुत जल्द रांची के दर्शकों से स्टेा कार्यक्रम के माध्यम से रु-ब-रू होने जा रहीं हैं। जी हां! कलर्स टेलीविजन पर प्रसारित धारावाहिक बालिका वधू की अपनी अविका एस गौर, जिसने अपनी चुलबुली बातों और नैसर्गिक अभिनय क्षमता से न जाने कितने दर्शकों का दिल जीता है। रांची आने का उद्देश्य चैरिटी से प्राप्त राशि बाल मजदूरों और शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों के कल्याणार्थ दिये जायेंगे। जानकारी टाइम्स प्लस इवेंट्स के मैनेजिंग डायरक्टर गौतम सिन्हा ने दी।

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