घरेलू हिंसा से प्रभावित होती है कार्यशक्ति
घरेलू हिंसा कार्यस्थल पर आपके काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। एक अध्ययन से यह पता चला है कि पांच में ऐसा एक पीड़ित अपने साथी द्वारा निरंतर उत्पीड़न का शिकार रहता है। यह हिंसा अपमानजनक फोन...
घरेलू हिंसा कार्यस्थल पर आपके काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकती है। एक अध्ययन से यह पता चला है कि पांच में ऐसा एक पीड़ित अपने साथी द्वारा निरंतर उत्पीड़न का शिकार रहता है।
यह हिंसा अपमानजनक फोन कॉल्स एवं ई-मेल्स और काम पर अपने भागीदारों और जीवनसाथी के साथ अपराधियों जैसे व्यवहार करने के रूप में भी हो सकती है। न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय (यूएनएसडब्लू) द्वारा कराए गए एक अध्ययन के मुताबिक इस तरह की हिंसा पीड़ित के प्रदर्शन, उत्पादकता और सुरक्षा को प्रभावित करती है। ऐसे लोग बहुत विचलित, थके ,अस्वस्थ महसूस करते हैं और काम में भी हमेशा देरी करते हैं।
विश्वविद्यालय के एक बयान के अनुसार अध्ययन में शामिल 3600 उत्तरदाताओं में से लगभग एक-तिहाई ने घरेलू हिंसा का अनुभव किया था, जबकि इनमें से आधे उत्तरदाताओं ने बताया कि घरेलू हिंसा उन्हें काम करने से रोकती है। उत्तरदाताओं में तकरीबन 81 प्रतिशत महिलाएं शामिल थीं। इनमें से दो-तिहाई पूर्णकालिक रोजगार में थीं और 45 वर्ष से ज्यादा उम्र की थी।
विश्वविद्यालय के लुडो मैक्फेरान ने कहा कि हमारा उद्देश्य पीड़ितों को घर और कार्यस्थलों पर सुरक्षा प्रदान कर घरेलू हिंसा के प्रभाव को कम करना है।