कुंती सिंह ने समय मांगा आज होगी सुनवाई
विधायक कुंती सिंह की सदस्यता को चुनौती देनेवाली याचिका पर विधानसभा में अब पांच दिसंबर को सुनवाई होगी। बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान कुंती सिंह के वकील ने अपना पक्ष रखने के लिए समय इस कारण वह...
विधायक कुंती सिंह की सदस्यता को चुनौती देनेवाली याचिका पर विधानसभा में अब पांच दिसंबर को सुनवाई होगी। बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान कुंती सिंह के वकील ने अपना पक्ष रखने के लिए समय इस कारण वह लगाये गये आरोपों का जवाब तैयार नहीं कर सके हैं। जवाब देने के लिए उन्हें कम से कम 15 दिन का समय चाहिए। लेकिन इसके वादी अजरुन मुंडा की ओर से विरोध किया गया। मुंडा के वकील अजीत कुमार ने कहा कि प्रतिवादी समय लेकर मामले को और लटकाना चाहता है। उनके खिलाफ दसवीं अनुसूची का मामला बनता है। ऐसी स्थिति में इस मामले को और अधिक नहीं लटकाया जा सकता। कुंती सिंह की ओर से कुछ बिंदुओं पर जवाब दिया गया है। इस कारण यह कहना उचित नहीं है कि वह जवाब तैयार नहीं कर सके हैं।स्पीकर ने कुंती सिंह का पक्ष रख रहे सीनियर एडवोकेट एमके लायक से कहा कि नोटिस काफी पहले दिया गया है। उन्होंने सुझाव दिया कि सुनवाई शुरू करनी चाहिए। इसके बाद प्रार्थी 15 दिनों में अपना लिखित पक्ष रख सकते हैं। इसके बाद यदि सुनवाई की जरूरत महसूस होगी, तो तिथि निर्धारित की जायेगी। लेकिन इस सुझाव पर सहमति नहीं बनी। अंतत: स्पीकर ने मामले की सुनवाई पांच दिसंबर को 10.30 बजे निर्धारित करते हुए सुनवाई स्थगित कर दी। कुंती सिंह के खिलाफ अजरुन मुंडा ने दसवीं अनुसूची के तहत सदस्यता रद्द करने के लिए याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया है कि कुंती सिंह भाजपा में रहते हुए दूसर राजनीतिक दल के साथ हैं। उन्होंने कोडरमा, जमशेदपुर, सिमरिया उपचुनाव में झाविमो के पक्ष में और भाजपा के खिलाफ काम किया है। सदन में विश्वास मत के दौरान वह अनुपस्थित थी, जबकि पार्टी ने व्हिप जारी किया था। राज्यसभा चुनाव में उन्होंने नाथवाणी को प्रथम वरीयता का वोट दिया। भाजपा उम्मीदवार को दूसरी वरीयता का वोट दिया। यह पार्टी के निर्णय के खिलाफ है। इस कारण उनकी सदस्यता रद्द करनी चाहिए।