रक्षा संबंधों को मजबूत बनाऐंगे भारत-चीन
भारत और चीन ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने और रक्षा सहयोग बढ़ाकर आपसी संदेहों की दीवार गिराने का सोमवार को फैसला किया। दोनों देशों के बीच सोमवार को आयोजित हुए दूसरे वाषिर्क रक्षा संवाद में यह सहमति हुई।...
भारत और चीन ने आतंकवाद से मिलकर लड़ने और रक्षा सहयोग बढ़ाकर आपसी संदेहों की दीवार गिराने का सोमवार को फैसला किया। दोनों देशों के बीच सोमवार को आयोजित हुए दूसरे वाषिर्क रक्षा संवाद में यह सहमति हुई। इस विचार विमर्श में चीन के पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के डिप्टी चीफ आफ जनरल स्टाफ लेफ्टीनेंट जनरल मा शियाआेतियान ने कहा कि भारत और चीन के रक्षा सहयोग बढ़ने से संदेहों को दूर करने में मदद मिलेगी। दोनों देशों का यह रक्षा संवाद ऐसे समय हुआ है जबकि चीनी सेना ने हाल ही में भारतीय थल सेना के साथ बेलगाम में सैनिक अभ्यास किया है और नवम्बर में चीन की नौसेना के प्रमुख वायस एडमिरल वू शेंगली आपसी संबंध बढ़ाने पर विचार विमर्श करके गए हैं। रक्षा संवाद के बाद मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच आपसी विश्वास और दोस्ती के माहौल में बातचीत हुई। लेफ्टीनेंट जनरल मा और रक्षाा सचिव विजय सिंह ने मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था और आतंकवाद के बढ़ते खतरे के मद्देनजर आपसी रक्षा संबंधो में मजबूती लाने की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रवक्ता ने कहा कि दोनों देशों ने सोमालियाई तट के पास चल रही समुद्री डाकुआें की गतिविधियों और आतंकवदियों की करतूतों पर अंकुश लगाने समेत विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की।