शौर्य और शहादत को नमन
रांची कॉलेज के छात्र, एनसीसी कैडेट एवं शिक्षकों ने 16 दिसंबर 1में पाकिस्तान पर भारत की जीत को याद किया और विजय दिवस मनाया। एतिहासिक युद्ध में शिरकत कर चुके रिम्स के पूर्व प्राध्यापक डॉ एके सिंह ने...
रांची कॉलेज के छात्र, एनसीसी कैडेट एवं शिक्षकों ने 16 दिसंबर 1में पाकिस्तान पर भारत की जीत को याद किया और विजय दिवस मनाया। एतिहासिक युद्ध में शिरकत कर चुके रिम्स के पूर्व प्राध्यापक डॉ एके सिंह ने उन्हें राष्ट्र एकता की शपथ दिलायी और अपने अनुभव भी सुनाये। इसके बाद रैली निकाल कर वीरों को श्रद्धांजलि दी गयी। मुख्य अतिथि एटीआइ निदेशक एके सिंह ने छात्रों को भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि 1ी जीत से संतुष्ट न हों। आज शोषण और अत्याचार एसे कैंसर बन चुके हैं, जिनका इलाज मुश्किल है। धन की लालसा से उग्रवाद पनप रहा है और जनतांत्रिक मूल्यों का हनन हो रहा है। मूल्यों में ह्रास के कारण हम भ्रष्टाचार से मुकाबला नहीं करते। इन चुनौतियां से निपटने के लिए सोच बदलने और आत्म मंथन करने की जरूरत है। वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह ने छात्रों को अपनी शक्ित पहचान कर आतंकवाद और सांप्रदायिकता से लड़ने को कहा। उन्होंने कहा कि हमने बिना शस्त्र के अंग्रेजों को हराकर आमजन की ताकत दिखा दी है। एनसीसी कमांडर कर्नल आनंदभूषण ने कहा कि 1े बाद पाकिस्तान को भारत पर हमले की फिर हिम्मत नहीं हुई। क्षेत्रवाद को बढ़ावा देनेवाले देश को खोखला कर रहे हैं। कर्नल रांीत सिंह ने कहा कि युवाओं के माध्यम से तिरंगा हमेशा लहराता रहेगा। प्राचार्य डॉ आनंदभूषण ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन में रांची कॉलेज के छात्र अग्रणी हैं।ड्ढr विजय दिवस देश का सबसे यादगार दिन है। यह किसी पर्व से कम नहीं। धन्यवाद ज्ञापन डॉ एनडी गोस्वामी ने किया। कार्यक्रम में डॉ पीके वर्मा, डॉ ज्ञान सिंह सहित कई शिक्षक शामिल थे। कैडेटों ने विजय रैली निकालीड्ढr रांची। रांची कॉलेज के एनसीसी कैडेटों ने मुख्य समारोह के बाद रांची कॉलेज से विजय रैली निकाली। रैली कचहरी रोड, शहीद चौक होते हुए अल्बर्ट एक्का चौक पहुंची। यहां कैडेटों ने 1े युद्ध में शहीद हुए परमवीर अलबर्ट एक्का की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। छात्रों का नेतृत्व कॉलेज के प्राचार्य डॉ आनंदभूषण एवं डॉ एनडी गोस्वामी ने किया। रैली में शामिल छात्र भारता माता जिंदाबाद, हमारी पहचान भारतीय हो और एनसीसी लांग लाइफ के नार लगा रहे थे।